लखनऊ : समाजवादी पार्टी(सपा) ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह पर जातियों को आपस में लड़ाने का आरोप लगाते हुए चुनौती दी कि अगर वह पिछड़ों के इतने ही बड़े खैरख्वाह हैं तो उनकी पार्टी 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने के सपा के संघर्ष में उसका साथ दे.
सपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के खनन राज्यमंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने यहां 17 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल करने की मांग को लेकर सपा द्वारा 24 अक्तूबर को निकाली जाने वाली रथयात्राओं की जानकारी देने के सिलसिले में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर कहा ‘‘राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान जातियों को आपस में लड़ाने की कोशिश की थी.’’ उन्होंने कहा कि सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान पिछड़ों के कोटा में अतिपिछड़ों के लिये कोटा की व्यवस्था की थी. इसका मकसद पिछड़ों को अधिकार दिलाना नहीं बल्कि उनमें विभाजन पैदा करना था.
प्रजापति ने कहा कि अगर राजनाथ सिंह और उनकी पार्टी वाकई पिछड़ों को उनका अधिकार दिलाना चाहती है तो वह इस मुद्दे पर सपा का साथ क्यों नहीं देती.
प्रजापति ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को भी लपेटते हुए कहा कि मोदी बताएं कि उन्होंने अपने शासन वाले गुजरात में कश्यप, निषाद, बिंद और मल्लाह समेत 17 जातियों के भले के लिये क्या किया. प्रजापति ने कहा कि मोदी की प्रसिद्धि सिर्फ दंगों से है. उनका और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव का कोई मुकाबला नहीं है.