मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर में दंगों को रोकने में विफल रहने के लिए उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार को निशाने पर लेते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज कहा कि अखिलेश सरकार को वोट बैंक की राजनीति खेलने के बजाय राज्य के विकास पर ध्यान देना चाहिए. राजनाथ ने कुछ प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार को दंगों की सीबीआई जांच की सिफारिश करनी चाहिए थी और दोषी पाये गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी.
भाजपा अध्यक्ष को दंगों के संबंध में जेल में बंद दो पार्टी विधायकों संगीत सोम और सुरेश राणा से मुलाकात की अनुमति नहीं दी गयी. राजनाथ सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन राज्य सरकार के निर्देशों पर काम कर रहा है. सिंह ने लोगों को आश्वासन दिया कि भाजपा सभी के लिए न्याय मांगेगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग कर चुकी है. इससे पूर्व सिंह ने मल्लिकपुर, काकरा और शोराम गांवों का दौरा किया और कावल गांव में हिंसा में मारे गए गौरव तथा सचिन के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की.
हालांकि वह कावल हिंसा के एक अन्य पीड़ित शाहनवाज के परिवार के सदस्यों से मिलने नहीं गए. उप्र विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता हुकुम सिंह भी भाजपा अध्यक्ष के साथ थे. मुजफ्फरनगर तथा आसपास के इलाकों में पिछले महीने हुई सांप्रदायिक हिंसा में 62 लोग मारे गए थे और 40 हजार से अधिक विस्थापित हुए थे.