।।राजेन्द्र कुमार।।
इटावाः समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव चाहते हैं कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. इस मंशा के तहत मुलायम सिंह ने अपने गृह जनपद इटावा में अखिलेश यादव को निर्देश दिया कि वह सांप्रदायिक ताकतों को कुचलने में जुटें. मुलायम ने यह भी कहा कि ऐसा करते हुए यदि अखिलेश की आलोचना होती है तो भी वह आलोचना की चिंता ना करें क्योंकि जिसकी आलोचना नहीं होती वह बड़ा नहीं बनता. देश में नाम नहीं कमाता. मुलायम के अनुसार आलोचना तो इस देश में महात्मा गांधी की हुई थी पर उन्होंने इसकी कभी भी चिंता नहीं की. मुझे भी डकैतों का संरक्षक बताया गया पर मैने ऐसे आरोप की परवाह नहीं की. उसी तरह अब अखिलेश को भी आलोचनाओं को अनदेखी कर सांप्रदायिक ताकतों को कुचलना होगा.
ठीक उसी तरह से जैसे मैंने वर्ष 1990 में इन्हें कुचलता था. सपा प्रमुख ने कहा कि सपा के सत्ता में आते ही सांप्रदायिक ताकतें सक्रिय हो जाती है. इसलिए ऐसी ताकतों को रोकते हुए अखिलेश को यूपी को विकास के रास्ते पर ले जाने वाले तमाम कार्यक्रमों को तेज करना होगा. यहां इटावा में लॉयन सफारी परियोजना के तहत फिशर फॉरेस्ट क्षेत्र में वृक्षारोपण करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह ने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जो उनके पुत्र भी हैं को यह पाठ पढ़ाया. इटावा में अपने लोगों के बीच मुलायम सिंह यादव बेहद खुश थे और अपने करीब एक घंटे के संबोधन के दौरान उन्होंने इटावा से अपनी जुड़ी कई यादों का जिक्र किया पर देश में घट रही राजनीतिक घटनाओं पर एक शब्द भी नहीं बोला. चाहे तिलंगाना का मामला हो या अध्यादेश वापसी का अथवा मुजफ्फरनगर में हुए भीषण दंगे का प्रकरण मुलायम इन सभी मामलों पर मौन साधे रहे. भाजपा और कांग्रेस के नेताओं द्वारा सपा और अखिलेश सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों पर भी मुलायम सिंह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई पर आने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर अपनी लाइन स्पष्ट कर दी. मुलायम ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा.
रही बात सपा की तो सपा हमेशा सांप्रदायिक ताकतों से लड़ती रही है और लड़ती रहेगी. इसके चलते ही आगामी लोकसभा चुनावों में सपा एक महत्वपूर्ण ताकत के तौर पर उभरेगी. सपा के साथ ही लोकसभा चुनावों के बाद एक मजबूत मोर्चा बनेगा. माकपा नेता प्रकाश करात अभी से इसके प्रयास में जुट गए हैं और 30 अक्टूबर को तालकटोरा मैदान में माकपा के कार्यक्रम में मैंने शामिल होने का वायदा प्रकाश करात से किया है.
लॉयन सफारी योजना में आयी तेजी
सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने इटावा में लॉयन सफारी परियोजना के तहत फिशर फॉरेस्ट में एक लाख से अधिक पौधे लगवाने के लिए मुख्यमंत्री की तारीफ की और कहा कि लॉयन सफारी योजना इटावा को देश और विश्व में प्रसिद्ध देगी. इटावा के लॉयन सफारी पिरयोजना शुरू करने की योजना वर्ष 2004 में सूबे के मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने शुरू करने की घोषणी की थी. केंद्र के टोकाटोकी और उसके बाद मायावती सरकार द्वारा इस योजना पर ध्यान ना देने के कारण यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी. यूपी की सत्ता में आने के तत्काल बाद अखिलेश यादव ने से शुरू करने की घोषणी की. जिसके तहत इटावा के लॉयन सफारी में गुजरात से चार बब्बर शेर लाकर छोड़ने की अनुमति केंद्र सरकार से प्राप्त करने के साथ मुख्यमंत्री ने इटावा के फिशर फॉरेस्ट के 100 एकड़ क्षेत्र में वृक्षारोपण कराने तथा एक हजार एकड क्षेत्र में इकोरेस्टोरेशन कराने की योजना तैयार की. 100 एकड़ क्षेत्र में वृक्षारोपण करने का कार्य सपा प्रमुख और मुख्यमंत्री के वृक्षारोपण करने के बाद शनिवार को पूरा हो गया. मुख्यमंत्री का कहना है कि लॉयन सफारी में छोड़े जाने वाले बब्बर शेर अगले साल यहां आ जाएंगे