लखनऊ,: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर तथा आसपास के जिलों में हाल में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा से भयभीत होकर अपना घर-बार छोड़कर सहायता शिविरों में रह रहे लोगों में सुरक्षा के प्रति विश्वास भरकर उनकी घर वापसी की कोशिशें की जा रही है.
गृह विभाग के सचिव कमल सक्सेना ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि मुजफ्फरनगर हिंसा के मद्देनजर अपना घर छोड़कर भागे करीब 50 हजार लोग इस वक्त कुल 58 सहायता शिविरों में रह रहे हैं. इनमें मुजफ्फरनगर स्थित 27 शिविरों में करीब 26 हजार और शामली में लगभग 14 शिविरों में 15 हजार लोगों को मदद दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि दंगों से खौफजदा होकर पलायन कर गये लोगों को वापस उनके घर जाने के लिये प्रेरित करने अथवा उनके पुनर्वास के वास्ते सहारनपुर के मण्डलायुक्त को नोडल अधिकारी बनाया गया है और इस काम में गणमान्य लोगों की मदद ली जा रही है.
इसके अलावा शांति समिति की बैठकें हो रही हैं ताकि लोगों में विश्वास जगे और वे अपने घरों को लौट सकें. सक्सेना ने बताया कि सरकार ने फेसबुक तथा अन्य मीडिया माध्यमों के जरिये अफवाह फैलाने तथा भय फैलाने के लिये मोटरसाइकिल पर बैठकर भीड़ वाले इलाकों में गोलियां चलाने वालों की सूचना देने वालों को एक लाख रुपए तथा उन्हें गिरफ्तार करवाने वालों को पांच लाख का इनाम देने की घोषणा की है.