लखनउ : प्रख्यात कवि एवं साहित्यकार गोपालदास नीरज को आज उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े साहित्यिक पुरस्कार भारत–भारती से सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें नवाजा.
मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख ने हिन्दी दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में नीरज को दीर्घकालीन उत्कृष्ट साहित्य सृजन और हिन्दी की अनवरत सेवा के लिये वर्ष 2012 के भारत–भारती पुरस्कार से सम्मानित किया. इस पुरस्कार के तहत पांच लाख दो हजार रुपये नकद, अंगवस्त्र तथा स्मृति चिह्न भेंट किये गये.
इसके अलावा प्रोफेसर चौथीराम यादव को लोहिया साहित्य सम्मान, प्रोफेसर सोम ठाकुर को हिन्दी गौरव सम्मान, डाक्टर बलदेव वंशी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय सम्मान तथा चित्र मुद्गल को अवंतीबाई सम्मान प्रदान किया गया.
महात्मा गांधी सम्मान के लिये चुनी गयीं साहित्यकार मन्नू भंडारी तबीयत खराब होने की वजह से पुरस्कार ग्रहण करने नहीं पहुंच सकीं. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 60 अन्य सम्मानों से विभिन्न साहित्यकारों को पुरस्कृत किया.
अखिलेश ने इस मौके पर व्यंग्य विधा में उत्कृष्ट लेखन के लिये पंडित नारायण चतुर्वेदी के नाम से दो लाख रुपये का पुरस्कार तथा विधि क्षेत्र में बेहतरीन लेखन के लिये इतनी ही धनराशि का विधि भूषण पुरस्कार शुरु करने का ऐलान किया.
मुख्यमंत्री ने हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान की धनराशि को 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये करने तथा पुरस्कृत व्यक्ति का विदेश आने–जाने का खर्च सरकार द्वारा वहन किये जाने की घोषणा भी की.