लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रातों-रात एक चर्च मंदिर में बदल गया. यहां के रहने वाले आठ परिवार के 60 लोगों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है. आज से लगभग 20 वर्ष पहले हिंदू धर्म से ईसाई धर्म अपना लेने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों ने फिर से हिंदू धर्म में वापसी की है. […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रातों-रात एक चर्च मंदिर में बदल गया. यहां के रहने वाले आठ परिवार के 60 लोगों ने धर्म परिवर्तन कर लिया है. आज से लगभग 20 वर्ष पहले हिंदू धर्म से ईसाई धर्म अपना लेने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों ने फिर से हिंदू धर्म में वापसी की है.
लोगों ने चर्च में लगे क्रॉस को हटाकर भगवान शिव की तस्वीर को लगा दी. खबर है कि अलीगढ़ से 30 किलोमीटर दूर असरोई गांव के लोगों ने हिंदू धर्म अपनाते हुए चर्च में लगे क्रॉस को हटा दिया गया और विधिवत हिंदू धर्म में वापसी की. चर्च के अंदर व्यापक स्तर पर शुद्धिकरण किया गया.
जैसे ही लोगों के बीच धर्म परिवर्तन की खबरें फैली इलाकों में तनाव बढ़ने लगा. संघ प्रचारक और धर्म जागरण संगठन के प्रमुख खेम चंद्र ने इसे घर वापसी करार दिया है. उन्होंने कहा कि वे लोग अपनी मर्जी से हिंदू धर्म को अपनाया है. वे लोग अपनी मर्जी से हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म को अपनाया था,लेकिन उन्हें लगा कि उनसे गलती हो गयी है तो फिर से अपने पुराने धर्म में वापस लौट गये.
खेम चंद्र ने हिंदू धर्म में फिर से लौटने पर लोगों का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि मैं कई दिनों से उन लोगों के संपर्क में था और आग्रह किया कि वे हिंदू धर्म में वापसी पर एक बार फिर से विचार करें. ईसाई से हिंदू धर्म में आये लोगों ने बताया कि जब हम हिंदू धर्म में थे तो हमारी स्थिति अच्छी नहीं थी,लेकिन यह सोच कर ईसाई धर्म अपनाया था कि उसमें हमें उचित सम्मान मिलेगा,लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. ईसाईयों ने कभी भी हमारी सुद्धी नहीं ली. और यही कारण है कि हमलोगों ने पुन: हिंदू धर्म में वापस लौटने का फैसला लिया.