।। राजेंद्र कुमार ।।
वाराणसी : राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में शक्ति प्रदर्शन करते हुए प्रचार के आखिरी दिन प्रभावशाली रोड शो किया. मोदी पर गुस्से की राजनीति करने का आरोप लगाया.
गांधी टोपी पहने राहुल ने कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय के साथ मुसलिम बहुल गोलगड्डा इलाके से रोड शो शुरू किया. राहुल ने अपने वाहन के आसपास खड़े समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. उनके काफिले ने चार घंटे में 12 किलोमीटर की दूरी तय की. कांग्रेस उपाध्यक्ष का रोडशो नेशनल इंटर कॉलेज से शुरू होकर मैदागिन, बेनियाबाग और अस्सी जैसे व्यस्त इलाकों से गुजरने के बाद लंका गेट पर पहुंचा.
राहुल ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के लंका गेट पर कांग्रेस समर्थकों की भीड़ के बीच मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान गुलाम नबी आजाद, नगमा, मधुसूदन मिस्त्री व राज बब्बर भी मौजूद थे. तीखी धूप के बाद भी समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे. इससे पहले अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी भी रोड शो कर चुके हैं.
* राहुल के स्वागत में बिस्मिल्ला खान के परिजनों ने बजाई शहनाई
मशहूर शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्ला खान के परिजनों ने राहुल के रोड शो के दौरान शहनाई बजाई. हालांकि साफ किया कि उनकी प्रस्तुति को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. दिवंगत बिस्मिल्ला खान के पौत्र अफाक हैदर ने कहा कि हम नरेंद्र मोदी और यहां तक कि अरविंद केजरीवाल के लिए भी प्रस्तुति देते हैं. खान के कई रिश्तेदारों ने वाराणसी के बेनियाबाग इलाके में शहनाई बजाकर राहुल का स्वागत किया जिसे विश्व प्रसिद्ध शहनाई वादक के परिवार द्वारा कांग्रेस को समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है. करीब दो हफ्ते पहले ही परिवार के सदस्यों ने यहां से नामांकन पत्र भरने के दौरान नरेंद्र मोदी का प्रस्तावक बनने के भाजपा के अनुरोध को खारिज कर दिया था.
* मोदी और राहुल के बीच व्यक्तिगत लड़ाई नहीं
भाजपा ने राहुल के रोड शो पर टिप्पणी की कि उनके और मोदी के बीच कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. पार्टी नेता अमित शाह ने कहा कि मैं नहीं समझता कि राहुल यहां व्यक्तिगत तौर पर मोदी को हराने आये हैं. उम्मीदवार के लिए प्रचार करना उनका अधिकार है.