चाईबासा : भाजपा के वरिष्ठ नेता सह खूंटी सांसद कड़िया मुंडा ने कहा है कि रघुवर सरकार की कार्यप्रणाली से वह संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन का विरोध किया था. आज भी मैं अपने बयान पर कायम हूं.
मंगलवार को चाईबासा दौरे पर आये कड़िया मुंडा परिसदन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को जमीन देने के मकसद से नियम में छेड़छाड़ की गयी है. इससे आदिवासियों का विनाश तय है. इसके पूर्व विकास के नाम पर उद्योग के लिए जहां भी जमीन ली गयी, वहां के लोगों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ा. इसका उदाहरण पश्चिम सिंहभूम से सटा ओड़िशा का राउरकेला स्टील प्लांट है.
नियमों का पालन नहीं
श्री मुंडा ने कहा कि केंद्र की योजनाएं लागू करने में झारखंड सरकार नियमों का पालन नहीं कर रही है. इसका खुलासा केंद्र की ओर से योजनाओं की जांच के लिए नियुक्त राम बाबू ग्राम उत्थान संस्था की रिपोर्ट से हुआ है. संस्थान ने रिपोर्ट में रोजगार सेवक, बीपीओ, मुखिया के हवाले से कहा है कि उन्हें नियमों की जानकारी नहीं है. मास्टर रोल में नाम किसी का दर्ज है और काम करने वाला मजदूर कोई और है.
अमर्यादित टिप्पणी गलत
शिबू सोरेन पर सीएम के बयान पर पूछे गये सवाल के जवाब में श्री मुंडा ने कहा कि सीएम का बयान निंदनीय है. वह जिस पद पर आसीन हैं, उसपर रहकर इस तरह की अमर्यादित भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए था.