नोवामुंडी : जेटेया पंचायत सचिवालय में लोहे का 6 डस्टबिन एक साल से बेकार पड़ी हैं. उनकी खरीददारी तो कर ली गयी, लेकिन मुखियों ने गांवों में उनके वितरण की जरूरत नहीं समझी, जिसके कारण डस्टबिन पंचायत सचिवालय की शोभा बढ़ा रही हैं. प्रखंड उप प्रमुख ज्योत्स्ना खिलार द्वारा पंचायत सचिवालय भवन के औचक निरीक्षण के दौरान यह मामला उजागर हुआ. उप प्रमुख ने बताया कि पंचायत सचिवालय में हर गुरुवार को पूर्वाह्न 10 से 12 बजे तक जनता दरबार लगता है,
लेकिन मुखिया दयमंती लागुरी उसमें नहीं आतीं. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने ग्रामसभा में भी योजनाओं को लेकर सिर्फ खानापूर्ति किये जाने का आरोप लगाया है. इसमें पंचायत सचिव की भी साठगांठ बतायी जा रही है. बीआरजीएफ समेत अन्य योजनाओं की जांच कराने की मांग की गयी, ताकि असलियत सामने आ सके. पंचायत सेवक से लेकर जेई व तत्कालीन बीडीओ की भूमिका संदेहास्पद है.