दिन के 10 बजे से रात आठ बजे तक बरामदे में रहना पड़ा
सिमडेगा : प्रधानाध्यापक श्यामसुंदर मिश्र ने गुरुवार को मैट्रिक परीक्षा का हवाला देकर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय, ठेठईटांगर की सभी छात्राओं को सामान समेत कमरे से निकाल दिया. नक्सली बंदी के दिन सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक करीब 144 छात्राओं को बरामदे में रहना पड़ा. अंधेरा होने पर छात्राओं को भय सताने लगा.
कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की वार्डेन अनुराधा प्रसाद भी नहीं थीं. प्रशिक्षण के लिए सिमडेगा आयी हुई थी. शाम में वह ठेठईटांगर पहुंची. छात्राओं को बरामदे में देख तत्काल बीडीओ को इसकी सूचना दी. छात्राओं ने उन्हीं कमरों में डेस्क- बेंच हटा कर किसी प्रकार रात गुजारी. जानकारी के मुताबिक, ठेठईटांगर प्रखंड में कस्तूरबा आवासीय विद्यालय का अपना भवन नहीं है. राजकीय मध्य विद्यालय में तीन कमरे दिये गये हैं. छात्रएं इन्हीं कमरों में रहती हैं. इसी में क्लास भी चलता है.