साहिबगंज : साहिबगंज के नौ प्रखंडों के लिए अग्निशमन विभाग के पास संसाधनों की भारी कमी है. तेज पछुआ हवा के कारण इलाके में अगलगी की घटना लगातार बढ़ती जा रही है. जिस पर काबू पाने के लिए विभाग के पास वाहनों की कमी पड़ जाती है तो कभी कर्मचारियों की.
ऐसे में दमकल घटनास्थल पर देर से पहुंचती है. उतनी देर में लोगों के जीवन भर की कमाई राख हो जाती है.पल भर में उजड़ जाता है आशियाना: जिले के विभिन्न हिस्सों में अगलगी की घटनाएं शीघ्र काबू नहीं पाने के कारण भयंकर तबाही मचा देती है. मार्च से अब तक तीन से अधिक जगहों पर आग ने सब कुछ लील लिया है. लोग पॉलीथिन के नीचे तेज गरमी में बांकी की जंदगी काट रहे हैं. न तन पर कपड़ा है न पर्याप्त भोजन.
प्रखंड नौ, गाड़ियां सिर्फ चार
जिला के नौ प्रखंडों के लिए अग्निशमन विभाग के पास महज 4500 लीटर क्षमता के तीन व 250 लीटर क्षमता का एक दमकल है. यह बातें अग्निशमन पदाधिकारी उत्तम महतो ने कही. ऐसे में एक साथ तीन-चार स्थानों पर आग लग जाने पर विभाग को आग बुझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है.
हालांकि विभाग के पास 4500 लीटर क्षमता का एक और दमकल है. लेकिन जजर्र हो जाने के कारण 2011 में ही इस गाडी को नीलाम करने का आदेश हो चुका है. यह अलग बात है कि कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने के चलते अबतक इस गाडी से काम लिया जा रहा है.
तीसरी व चौथी मंजिल पर कैसे बुङोगी आग ?
वर्तमान में जिला अग्निशमन विभाग के पास उपलब्ध संसाधन से पहली व दूसरी मंजिल की आग ही बूझ सकती है. क्योंकि विभाग के पास उपलब्ध सीढ़ी दूसरी मंजिल तक ही पहुंच सकती है. ऐसे में तीसरी व चौथी मंजिल में आग लग गयी तो उस पर काबू पाना मुश्किल होगा.
ड्राइ केमिकल व सोडा की सुविधा
अग्निशमन विभाग के पास दमकल गाडी के अलावा सोडा व ड्राइ केमिकल की भी व्यवस्था है. ये रसायन विभिन्न पदार्थो में लगी आग को बुझाने में कारगर होते हैं. तरल पदार्थ पर लगी आग पर काबू पाने के लिए सोडा व ड्राइ केमिकल को पानी में मिलाकर आग पर डाला जाता है. इससे आग पर काबू पाने में मद्द मिलती है.
राजमहल में खुलेंगे फायर स्टेशन :
राज्य सरकार ने 14 नये फायर स्टेशन सूबे में खोलने का निर्णय लिया है. इसी क्रम में जिला के राजमहल प्रखंड में नया फायर स्टेशन खोलने का निर्णय लिया गया है.