रांची. झारखंड सहायक पुलिसकर्मी दो जुलाई से मोरहाबादी मैदान में अपनी न्यायिक मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. आठ जुलाई को विधानसभा घेराव के दौरान सीएम के प्रधान सचिव अविनाश कुमार तथा वंदना दादेल से बातचीत हुई थी. उन्होंने कहा था कि वार्ता के लिए सरकार का दरवाजा खुला हुआ है, लेकिन सहायक पुलिसकर्मी असमंजस में हैं कि वे लोग किससे बात करें. इस संबंध में झारखंड सहायक पुलिसकर्मी एसोसिएशन के सचिव विवेकानंद गुप्ता सहित अन्य पुलिसकर्मियों का कहना है कि हम लोग अपनी मांगों के संबंध में किससे बात करें. कोई भी उचित माध्यम नहीं दिख रहा है. अधिकारी उग्र आंदोलन के समय केवल आश्वासन दे कर चले जाते हैं, लेकिन उसके बाद हमें कोई अधिकारी या मंत्री देखने नहीं आता. हमें उचित माध्यम नहीं मिल रहा है कि हम अपनी मांगों को लेकर वार्ता कर सकें.
मोरहाबादी मैदान पानी से भरा, बढ़ी परेशानी
इधर मोरहाबादी मैदान में बारिश के कारण पूरा मैदान में पानी भर गया है, जिसके कारण वहां पर रहने में महिला-पुरुष को परेशानी हो रही है. सभी कैंप में पानी प्रवेश कर गया है. महिला पुलिसकर्मियों के साथ उनका बच्चा भी है, जिससे परेशानी हो रही है. नौ दिनों से मोरहाबादी मैदान में 2200 महिला-पुरुष सहायक पुलिसकर्मी जमा हैं, लेकिन उनके लिए शौचालय सहित अन्य सुविधाएं भी जिला प्रशासन की ओर से मुहैया नहीं करायी गयी हैं.
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