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उप नगर आयुक्त ने नये मानदेय की घोषणा की
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शहर के कई हिस्सों से नहीं हुआ कूड़े का उठाव
शुक्रवार को सफाईकर्मियों के हड़ताल के कारण कूड़े का उठाव पूरी तरह से ठप था. ऐसे में शनिवार को जब कर्मचारी आये, तो उम्मीद जगी थी कि शनिवार को कूड़े का उठाव सुचारू रूप से हाेगा. लेकिन दो गुट में कर्मचारियों के बंटे होने से शहर में बहुत कम कूड़े का उठाव हुआ.
रांची : कोरोना काल में नगर निगम द्वारा प्रोत्साहन राशि बंद किये जाने के विरोध में शुक्रवार को निगम के 2200 सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गये थे. इससे शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो गयी थी. सफाईकर्मियों के विरोध को देखते हुए उप नगर आयुक्त ने शुक्रवार को ही नये मानदेय की घोषणा कर दी. इसके बाद शनिवार को आधे से अधिक सफाई कर्मचारी काम पर लौटे, लेकिन आधे कर्मचारी शनिवार को भी हड़ताल पर डटे रहे.
शनिवार को शहर के जिन वार्डों में काम करने के लिए सफाई कर्मी गये, उन वार्डों में हड़ताली सफाइकर्मी भी गये और उन्होंने कामकाज कर रहे सफाईकर्मियों से कहा कि वे काम करना बंद कर हड़ताली सफाईकर्मियों के अांदोलन में साथ दें.
20 जुलाई तक काम पर नहीं लौटने वाले मजदूर हटाये जायेंगे : मजदूरों की हड़ताल को देखते हुए नगर आयुक्त मनोज कुमार ने आदेश दिया है कि 20 जुलाई तक हर हाल में सभी सफाई कर्मचारियों को अपने-अपने वार्ड में काम पर लग जाना है. 20 तारीख को काम पर नहीं आने वाले मजदूरों को निगम हटाने की कार्रवाई शुरू करेगा. इसके बाद अगर ऐसी सूचना मिलती है कि इन कर्मचारियों से ही दोबारा निगम के सुपरवाइजर व जोनल सुपरवाइजर काम ले रहे हैं तो ऐसे सुपरवाइजर व जोनल सुपरवाइजर को भी हटाने की कार्रवाई की जायेगी.