रांची : रांची में सदर थाना क्षेत्र स्थित बड़गाईं बस्ती में एक गुट के लोगों ने बारात पर हमला कर दिया. ईंट, पत्थर और तलवार से मार कर तीन महिला शांति देवी, संगीता देवी, सीता देवी सहित छह लोगों को घायल कर दिया. घटना शुक्रवार रात की है. उपद्रवियों ने एक दो पहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया. महिला डॉक्टर की कार का शीशा तोड़ दिया. बारात में शामिल दो कार व एक वैन में भी तोड़फोड़ की.
दूसरे गुट के धार्मिक स्थल पर पथराव किया. घटना के बाद दोनों पक्षों की ओर से जम कर पत्थरबाजी हुई. इस हमले से आक्रोशित दूसरे गुट के लोगों ने सब्जी बेच कर लौट रहे मो अख्तर पर हमला कर दिया. सभी घायलों को रिम्स में भरती कराया गया है. डीसी मनोज कुमार ने बताया कि घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है. एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है. बड़गाईं बस्ती में करीब 300 फोर्स की तैनाती कर दी गयी है. इलाके में पुलिस गश्त कर रही है. घटना की जानकारी मिलने के बाद रांची रेंज के डीआइजी होमकर अमोल वेणुकांत भी क्यूआरटी टीम के साथ पहुंचे.
एसडीओ भोर सिंह यादव, सिल्ली डीएसपी सतीश झा, सदर डीएसपी विकास श्रीवास्तव पुलिस बल के साथ बस्ती में कैंप कर रहे हैं.
इधर-उधर भाग कर बचायी जान : जानकारी के अनुसार, 30 मई को प्रताप साहू नामक युवक ने अपने फेसबुक वॉल पर एक विशेष धर्म को लेकर आपत्तिजनक बातें पोस्ट की थी. लोगों ने इसके विरोध में हंगामा किया था. बाद में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर प्रताप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. शुक्रवार को प्रताप साहू के चचेरा भाई संदीप कुमार की बारात बड़गाई बस्ती से चुटिया जाने के लिए निकली थी. बारात जैसे ही एक धार्मिक स्थल पर पहुंची, लोगों ने पटाखे जलाने शुरू कर दिये. इसके बाद बारात थोड़ी आगे गयी, जहां धार्मिक स्थल पर संदीप की मां शांति देवी समेत अन्य महिलाएं पूजा-पाठ करने लगी. संदीप अपनी गाड़ी में ही था. अन्य बाराती सड़क पर इधर-उधर खड़े थे. इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोग पथराव करते हुए वहां पहुंच गये. बारातियों के साथ मारपीट शुरू कर दी. बारातियों ने किसी तरह इधर-उधर भाग कर जान बचायी. घटना के बाद संदीप का चचेरा भाई कामेश्वर प्रसाद घायल महिलाओं को लेकर वैन से निकला. इस बीच हमलावरों ने वैन पर भी हमला कर दिया. बारात पर हुए हमले के बाद इस पक्ष के लोग भी आक्रोशित हो गये. आक्रोशित लोगों ने दूसरे पक्ष के मुहल्ले में पथराव किया. बड़गाई के पार्षद के घर पर भी पथराव किया. घटना के बाद बड़गाई की सड़क ईंट-पत्थर के टुकड़े से पट गयी.
रिम्स चौक पर पुलिस के साथ झड़प सदर डीएसपी को लगी चोट,लाठी चार्ज
घटना से आक्रोशित कुछ संगठन के लोगों ने देर रात रिम्स चौक को जाम कर दिया. पुलिस ने जाम हटवाने की कोशिश की. इस बीच पुलिस और जाम करनेवालों के बीच झड़प शुरू हो गयी. सदर डीएसपी विकास श्रीवास्तव के बांये हाथ में चोट लगी है. बाद में पुलिस ने लाठी चार्ज कर सड़क जाम कर रहे लोगों को भगाया.
माहौल बिगाड़ने की कोशिश. दोनों पक्ष के लोगों ने छिप कर बचायी जान
बड़गाईं में बारातियों पर हमला और पत्थरबाजी के बाद आसपास के इलाके में भगदड़ की स्थित उत्पन्न हो गयी. घटना के बाद डर से कई लोग दुकानें बंद कर जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. जिसे जहां जगह मिली, उसने वहीं छिप कर अपनी जान बचायी. स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर लोग छिप कर अपनी जान नहीं बचाते, तो घटना में कई लोगों की जान जा सकती थी. कुछ लोगों ने सदर पुलिस और बरियातू पुलिस पर लेट से पहुंचने का भी आरोप लगाया. बड़गाईं के विभिन्न मुहल्ले की गलियों के अंदर भी कई लोग छिपे हुए थे. जब घटना के बाद पुलिस वहां पहुंची और गश्ती शुरू की, तब लोगों ने राहत की सांस ली. पुलिस ने गलियों और दूसरे के घरों में छिपे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल अपने-अपने घर जाने के लिए कहा. जिन लोगों ने बारात जाना चाहा, उनके लिए पुलिस ने गाड़ी की व्यवस्था की. घटना के बाद दहशत से जिन लोगों ने बारात नहीं जाना चाहा, उनके लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से दूसरी गाड़ी की व्यवस्था कर उन्हें सुरक्षित घर भेजा गया. एसीडीओ की ओर से बीच-बीच में यह एनाउंस किया जाता रहा था कि कोई भी अनावश्यक रूप से अपने घर से बाहर नहीं निकलें. सड़क पर अनावश्यक रूप से पुलिस ने किसी को खड़ा नहीं रहने दिया.
पुलिस छावनी में तब्दील हुई बड़गाईं बस्ती
बड़गाईं में शुक्रवार की रात बरातियों पर हमला के बाद उत्पन्न विवाद में दो गुटों के बीच मारपीट और पथराव की घटना हुई. इसके बाद राजधानी और आसपास के सभी थानेदार तुरंत बड़गाईं पहुंचे गये. सदर डीएसपी, सिल्ली डीएसपी, मुख्यालय के दोनों डीएसपी, सिटी और कोतवाली डीएसपी भी घटनास्थल पर पहुंचे. डीआइजी के नेतृत्व में पुलिस मुख्यालय से अलग से क्यूआरटी भेजी गयी. घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल के पहुंच जाने की वजह से पूरा बड़गाईं का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. उल्लेखनीय है कि एसएसपी ने क्राइम कंट्रोल के लिए राजधानी और आसपास के सभी थानेदारों के अलावा डीएसपी को अपने आवासीय कार्यालय में रात आठ बजे बैठक में बुलाया था. जैसे ही बैठक शुरू होनेवाली थी, इसी बीच एसएसपी को घटना की सूचना मिली. इस वजह से तुरंत अधिक संख्या में पुलिस अफसर जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे गये. पुलिस ने तत्काल स्थिति पर नियंत्रण पा लिया. अगर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचने में थोड़ी सी भी देर करती, तब बड़ी घटना हो सकती थी. घटना के बाद एक पक्ष के लोगों ने सड़क के किनारे स्थित एक धार्मिक स्थल के समीप हंगामा भी किया, जिन्हें पुलिस ने तुरंत समझाबुझा कर शांत कराया. लोग अपने घर में चैन से रहे सकें, इसके लिए पूरे बड़गाईं इलाके में गश्ती शुरू कर दी है. इसके अलावा रिम्स चौक से लेकर बूटी तक स्थिति को सामान्य बनाये रखने के लिए एसएसपी ने अलग से पेट्रोलिंग के लिए टीम का गठन किया है.
स्थिति पूरी तरह से पुलिस के नियंत्रण में है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की. घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. कुलदीप द्विवेदी, एसएसपी, रांची