हमारी धार्मिकता में कर्म की प्रधानता होनी चाहिए़ यह आध्यात्मिक विषयों तक सीमित न रहे़ हमें ईश्वर की योजनाओं को पहचानना है और उन्हें पूरा करने में खुद का माध्यम बनाना है़.
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कार्यक्रम: विशप एएस हेमरोम ने कहा धार्मिकता में कर्म की प्रधानता होनी चाहिए
रांची : जीइएल चर्च छोटानागपुर व असम के ऑटोनॉमी के शतवर्षीय जुबली (1919-2019) पुनर्जागरण अभियान को लेकर एचआरडीसी, गोस्सनर कंपाउंड में सोमवार को सेमिनार हुआ़ इसमें बिशप एएस हेमरोम ने कहा कि सौ सालों का यह सफर हमें अवसर देता है कि इस लंबी यात्रा की समीक्षा करे़ं हमारे पूर्वजों ने आत्मपालन, आत्मशासन व सुसमाचार […]
रांची : जीइएल चर्च छोटानागपुर व असम के ऑटोनॉमी के शतवर्षीय जुबली (1919-2019) पुनर्जागरण अभियान को लेकर एचआरडीसी, गोस्सनर कंपाउंड में सोमवार को सेमिनार हुआ़ इसमें बिशप एएस हेमरोम ने कहा कि सौ सालों का यह सफर हमें अवसर देता है कि इस लंबी यात्रा की समीक्षा करे़ं हमारे पूर्वजों ने आत्मपालन, आत्मशासन व सुसमाचार प्रचार का जो संकल्प लिया था, उस पर हम कहां तक खरा उतर पाये़ समाज निर्माण में हमारा क्या योगदान है़.
इससे पूर्व चर्च के महासचिव एलियाजर टोपनो ने ऑटोनॉमी के शतवर्षीय और सुधार आंदोलन के पांच सौ वर्षीय जुबली के बारे में बताया़ गोस्सनर थियोलॉजिकल कॉलेज के प्राचार्य रेव्ह मनमसीह एक्का ने सुधार आंदोलन के पांच सौ वर्षीय जुबली समारोह, बिशप एएस हेमरोम ने वर्तमान संदर्भ में सुधार आंदोलन की प्रासंगिकता व हन्ना मिंज ने जुबली समारोह के संदर्भ में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला़ मौके पर प्रदीप कुजूर, जीइएल चर्च एक्सपर्ट कमेटी व हेडक्वार्टर कांग्रीगेशन के सदस्य मौजूद थे़.
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