घटना की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अमित मुंडा का विवाद जमीन को लेकर काशीनाथ बैठा के साथ था. पूर्व में काशीनाथ बैठा को गिरफ्तार किया गया था. काशीनाथ बैठा स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि उसने तीन आदमी को हत्या की सुपारी दी थी. सुपारी में 50 हजार रुपये, हथियार व मोबाइल सहुरन करमाली को दिये थे. सहुरन ने अशोक बैठा और एक अन्य अपराधी के साथ मिल कर अमित मुंडा की हत्या की.
सहुरन करमाली ने अमित मुंडा पर गोली चलाने की बात स्वीकार कर ली है. उसने अमित मुंडा को फोन कर बुलाया था. घटना के दौरान सहुरन करमाली एक अन्य अपराधी के साथ अमित मुंडा के पास पहुंचा और उसे गोली मार दी. घटना के बाद ओरमांझी की ओर भाग गये. मोबाइल और हथियार काशीनाथ बैठा को वापस कर दिया था. सदर डीएसपी के अनुसार अशोक बैठा पूर्व में जेल जा चुका है. उसके खिलाफ ओरमांझी थाना में बाइक चोरी के आरोप में 2008 में केस दर्ज हुआ था. आर्म्स एक्ट में 2014 में हजारीबाग में केस दर्ज हुआ था. वहीं, दूसरी ओर सहुरन करमाली वर्ष 2010 में पिठोरिया थाना से बाइक चोरी और एक बार ओरमांझी थाना से पारिवारिक विवाद के मामले में जेल जा चुका है.