एसपी ने बताया कि सीताराम डेरा थाना क्षेत्र निवासी संजय कुमार ने बाजार समिति में गोदाम आवंटन कराने के लिए पणन सचिव, कृषि उत्पादन बाजार समिति परसुडीह कार्यालय में आवेदन दिया था. गोदाम आवंटन करने के एवज में पणन सचिव ब्रिज किशोर पाठक ने 1. 50 लाख की मांग की थी. बाद में सचिव 1.20 लाख लेकर काम करने को तैयार हुए थे. सचिव ने पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपये की मांग की थी. संजय कुमार रिश्वत नहीं देना चाहते थे. इसलिए उन्होंने मामले की शिकायत एसीबी के पास की. सत्यापन के दौरान एसीबी ने आरोप को सही पाया.
गुरुवार को एसीबी की टीम ने उनके कार्यालय में छापेमारी की. जहां सचिव अपने निजी एजेंट सुराेज कुमार उर्फ बबलू के जरिये 50 हजार रिश्वत संजय कुमार से ले रहे थे. एसीबी की टीम ने रंगेहाथ सचिव और उनके निजी एजेंट को गिरफ्तार कर लिया. ब्रज किशोर पाठक मूल रूप से मोतिहारी के रहनेवाले हैं. शरीर की तलाशी लेने पर उनके पास से अतिरिक्त एक लाख रुपये बरामद किये गये हैं. बाद में एसीबी की टीम ने कार्यालय परिसर स्थित उनके सरकारी आवास में छापेमारी की. जहां से बैंक एकाउंट और अन्य दस्तावेज बरामद किये गये हैं. जिसके बारे में एसीबी के अधिकारी गहराई से जांच कर रहे हैं.
एसीबी के प्रवक्ता के अनुसार दारोगा रामनाथ के खिलाफ शिकायत तिसरी निवासी नरेश यादव ने की थी. नरेश यादव का आरोप था कि उनके गांव के सोनू कुमार ने नौ अक्तूबर को नरेश यादव सहित 40 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ तीसरी थाना में केस दर्ज कराया था. केस से नरेश यादव का नाम हटाने के लिए अनुसंधानक दारोगा रामनाथ सिंह 10 हजार रिश्वत मांग रहे थे. नरेश यादव रिश्वत देना नहीं चाहते थे. इसलिए उन्होंने मामले की शिकायत एसीबी के पास की. गुरुवार को एसीबी की टीम ने दारोगा को थाना से ही नरेश यादव से रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया.