रांची: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने बुधवार को कोर कमेटी, विधायकों और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक कर संगठन व सरकार के तालमेल का जायजा लिया. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने संगठन को और सशक्त बनाने में उत्पन्न हो रही बाधा को दूर करने की जिम्मेवारी पार्टी के शीर्ष 12 पदाधिकारियों को सौंपी. इनमें पार्टी के आठ राष्ट्रीय महामंत्री व चार संगठन महामंत्री शामिल हैं. इसी क्रम में श्री राव दो दिवसीय दौरे पर झारखंड आये हैं.
बुधवार को प्रदेश कार्यालय में श्री राव ने कोर कमेटी के सदस्यों के साथ सबसे पहले बैठक की. साथ ही संगठन को मजबूत करने को लेकर सदस्यों से राय ली. इसके बाद श्री राव ने भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक कर पूछा कि क्या उनकी बात सरकार में सुनी जा रही है? पदाधिकारियों की ओर से बताया गया कि सरकार गठन के दो साल बीत जाने के बाद भी अब तक कार्यकर्ताओं को बोर्ड-निगम में भागीदारी नहीं मिल पायी है. सरकारी अधिकारी पार्टी कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं देते हैं. विधायक दल की बैठक में सीएनटी-एसपीटी एक्ट में किये गये संशोधन की बात उठी. इस पर श्री राव ने कहा कि यह बात आ चुकी है.
सरकार की ओर से इसके समाधान को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने इस पर पुनर्विचार कर शीतकालीन सत्र में बिल लाने की बात कही है. अंत में उन्होंने कार्यालय में व्यवस्था से जुड़े कर्मियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं सुनीं. श्री राव गुरुवार को ओरमांझी में मंडल समिति, बोकारो में जिला समिति और चुटिया में बूथ समिति के साथ अलग-अलग बातचीत कर संगठन व सरकार के तालमेल के बारे में जानकारी हासिल करेंगे.