कई ऐसे शिक्षक हैं, जिनकी स्वाभाविक मौत हो गयी, लेकिन उन्हें बकाया राशि नहीं मिली. 150 से अधिक शिक्षक अभी भी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं अौर पैसे के अभाव में उचित इलाज नहीं करा पा रहे हैं. बकाया पैसा लेने के लिए फेडरेशन अॉफ रिटायर्ड यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन अॉफ झारखंड के बैनर तले नौ अगस्त को धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.
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बकाया पैसे की आस में दुनिया से चल बसे 60 विवि शिक्षक
रांची: झारखंड के विश्वविद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षक बकाया राशि लेने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. विवि का चक्कर लगा रहे हैं या फिर एचआरडी में गुहार लगा रहे हैं. पैसे की आस में अब तक 60 से अधिक शिक्षक इलाज नहीं करा सके और उनका निधन हो गया. कई ऐसे शिक्षक हैं, जिनकी स्वाभाविक […]
रांची: झारखंड के विश्वविद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षक बकाया राशि लेने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. विवि का चक्कर लगा रहे हैं या फिर एचआरडी में गुहार लगा रहे हैं. पैसे की आस में अब तक 60 से अधिक शिक्षक इलाज नहीं करा सके और उनका निधन हो गया.
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ बब्बन चौबे ने कहा कि पांचों विवि के सेवानिवृत्त शिक्षक अपनी मांगों को लेकर अपने-अपने विवि मुख्यालय में दिन के 11 बजे धरना-प्रदर्शन करेंगे. रांची विवि मुख्यालय में भी सभी सेवानिवृत्त शिक्षक जुटेंगे. डॉ चौबे ने बताया कि पांचवें वेतनमान, छठे वेतनमान, पेंशन रूपांतरण सहित इंक्रीमेंट आदि मिला कर एक-एक शिक्षक पर लगभग 20 से 25 लाख रुपये का बकाया है. डॉ चौबे ने कहा कि हमारी मांग है कि विवि में 15 करोड़ रुपये का वेलफेयर फंड बनाया जाये. शिक्षकों को बकाया का भुगतान सभी विवि अपने-अपने फंड से दे अौर विवि से राशि मिलने पर उसे समायोजित कराये.
इनकी मौत हो गयी : रांची विवि के अमरेंद्र नारायण चौधरी, एमएस पाठक, रामप्रवेश सिंह, जितेंद्र सिंह, एसएन सिंह, एसडी सिंह, विनोबा भावे विवि के बीएन मिश्रा, सारंगधर सिंह, चंद्रेश्वर प्रसाद कर्ण, सुरजीत सिंह, कोल्हान विवि के एसके बागची, पीसी तेज, जेएलएन राव, डीएन सहाय, एससी चट्टोराज, देवेंद्र प्रसाद, बीपी सिंह, एनएन चौधरी, बच्चन पाठक, एए हक, वंशी महतो, वीणा प्रसाद, सिदो-कान्हू मुरमू विवि के लक्ष्मण शर्मा, रूप नारायण फलहारी, भीखन सिंह, पारितोष बागची, सुबोध कुमार वर्मा आदि शामिल हैं.
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