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निर्णय: स्टेट हाइयर एजुकेशन काउंसिल ने दी स्वीकृति, बालानंद कॉलेज बनेगा बाबा वैद्यनाथ धाम संस्कृत विवि

रांची: देवघर में संस्कृत विश्वविद्यालय खोला जायेगा. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत देवघर में बालानंद संस्कृत कॉलेज करनीबाद को संस्कृत विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जायेगा. उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. विवि का नाम बाबा वैद्यनाथ धाम संस्कृत विश्वविद्यालय होगा. स्टेट हाइयर एजुकेशन काउंसिल ने […]

रांची: देवघर में संस्कृत विश्वविद्यालय खोला जायेगा. राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत देवघर में बालानंद संस्कृत कॉलेज करनीबाद को संस्कृत विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जायेगा. उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. विवि का नाम बाबा वैद्यनाथ धाम संस्कृत विश्वविद्यालय होगा. स्टेट हाइयर एजुकेशन काउंसिल ने कॉलेज को अपग्रेड करने को लेकर अपनी स्वीकृति दे दी है. विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने की जिम्मेदारी सिदो-कान्हो विवि को दी है. उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा विभाग ने विवि को कुलपति को इस संबंध जल्द कार्रवाई कर रिपोर्ट देने को कहा है.
विवि से रिपोर्ट प्राप्त हाेने के बाद इसे केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग को भेजा जायेगा. केंद्र सरकार इसके लिए सैद्धांतिक सहमति दे दी है. केंद्र ने राज्य सरकार को इसके लिए प्रस्ताव भेजने को कहा था. राज्य सरकार ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत तीन जिलों में वोकेशनल कॉलेज खोला जायेगा. रांची, पलामू व बोकारो में कॉलेज खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है. राज्य में एक कॉलेज को जनजातीय विवि के रूप में अपग्रेड किया जायेगा. इसके लिए रांची विश्वविद्यालय व कोल्हान विवि से प्रस्ताव मांगा गया है. दोनों विवि से प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद कॉलेज के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा. दोनों विवि के कुलपति को जल्द-से- जल्द प्रस्ताव भेजने को कहा गया है. जमशेदपुर में प्रोफेशनल कॉलेज खोलने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया गया है.
28 कॉलेजों ने जमा किया उपयोगिता प्रमाण पत्र
राज्य के 30 कॉलेजों को आधारभूत संरचना के लिए राशि दी गयी थी. इसमें से 28 कॉलेजों ने उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा कर दिया. बीएसके कॉलेज बरहरवा व करीमसिटी कॉलेज जमशेदपुर ने अब तक उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है. दोनों कॉलेजों को जल्द-से-जल्द उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने को कहा गया है. झारखंड के प्राचीन अवशेषों के एक पुरातात्विक अवलोकन का प्रस्ताव रांची विवि द्वारा रिसर्च व इनोवेशन कार्यक्रम के तहत दिया गया था. स्टेट हाइयर एजुकेशन काउंसिल ने विवि के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है. विवि का प्रस्ताव केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग को भेज दिया गया है. रांची विवि के ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर के नवीकरण का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा गया है.
सीसीएल से सीएसआर के तहत मांगे 50 लाख
सीसीएल से सीएसआर के तहत 50 लाख देने की मांग की गयी है. सुदूरवर्ती क्षेत्रों के महाविद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राअों के लिए बस की व्यवस्था की जायेगी. काउंसिल ने इसके लिए प्रस्ताव सीसीएल को भेजा है.

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