रातू थाना क्षेत्र के कमड़े निवासी संजय मिश्रा के घर में गत गुरुवार की देर रात आठ अपराधी घुस गये. नकद सहित करीब पांच लाख की डकैती की. विरोध करने पर संजय मिश्रा सहित परिवार के अन्य सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी. उनके साथ मारपीट भी की. बाद में सभी को बाथरूम में बंद कर भाग निकले. वहीं, दूसरी ओर शुक्रवार की शाम बोड़ेया रोड स्थित एक पेट्रोल पंप में बाइक से आये तीन अपराधियों ने लूटपाट की. अपराधियों ने पेट्रोल पंप में बैठे मालिक के संबंधी विनय तिवारी, नोजल मैन सुजीत और सुरजीत दूबे से कुल 20 हजार लूटे. विरोध करने पर अपराधियाें ने ठेकेदार सुरजीत दूबे के हाथ में गोली मार दी.
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पुलिस की योजना नाकाम, घटना को अंजाम देकर भाग जा रहे अपराधी
रांची : राजधानी में कोई बड़ी आपराधिक घटना न हो, घटना के तुरंत बाद अपराधियों की गिरफ्तारी हो सके, अपराधियों पर निगरानी रखी जा सके, इसके लिए हाल के दिनों में पुलिस ने कई नयी योजनाएं तैयार की हैं. बावजूद इसके अपराधी घटना को अंजाम देकर भाग जा रहे हैं.पुलिस भागने के दौरान अपराधियों को […]
रांची : राजधानी में कोई बड़ी आपराधिक घटना न हो, घटना के तुरंत बाद अपराधियों की गिरफ्तारी हो सके, अपराधियों पर निगरानी रखी जा सके, इसके लिए हाल के दिनों में पुलिस ने कई नयी योजनाएं तैयार की हैं. बावजूद इसके अपराधी घटना को अंजाम देकर भाग जा रहे हैं.पुलिस भागने के दौरान अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है. पुलिस की हर योजना पर अपराधी भारी पड़ रहे हैं, अपराधी पुलिस से अधिक तेज है.
इस घटना के बाद भी अपराधी आराम से निकल भागे. इससे पहले अपराधी लोअर बाजार थाना क्षेत्र के वूल हाउस के समीप एक महिला मन्नुवर खातून के एक लाख रुपये से भरा बैग लूटने का प्रयास किया.
जब महिला ने बैग नहीं छोड़ा, तब अपराधी बैग सहित महिला को घसीटते हुए कुछ दूर तक ले गये. महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी.
घटना के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे. घटना की तत्काल सूचना भी लोअर बाजार पुलिस को मिली, लेकिन पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी. अगर पुलिस की योजना सफल है, पुलिस चेकिंग और गश्ती करती है, तब तीनों घटना में शामिल अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार कर लियाजाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
चोर भाग जाये, इसलिए सायरन बजा कर गश्ती करती है पुलिस !
राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में रात को गश्ती के दौरान जिप्सी और पीसीआर में तैनात पुलिस पदाधिकारी और जवान सायरन बजा कर घूमते हैं. इसके पीछे पुलिस का तर्क है कि लोगों को पुलिस की मौजूदगी का एहसास हो.
लोग आराम से रह सकें. हालांकि सायरन बजाने को लेकर कुछ लोग अब सवाल उठाने लगे हैं. आम लोगों का मानना है कि सायरन बजाने का फायदा चाेरों और अपराधियों को मिलता है. सायरन की आवाज सुन कर उन्हें पुलिस के मौजूदगी का एहसास हो जाता है और वे आराम से भाग जाते हैं.
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