रांची: राज्य पुलिस में नवनियुक्त आरक्षियों (सिपाहियों) की बुनियादी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सात नये विषय जोड़े गये हैं. इससे संबंधित प्रस्ताव डीजीपी राजीव कुमार के निर्देश पर आइजी ट्रेनिंग ने तैयार किया है.
प्रस्ताव में वर्णित विषय मानवाधिकार और पुलिस कर्तव्य से संबंधित है. उल्लेखनीय है कि पूर्व में मानवाधिकार और पुलिस कर्तव्य के लिए 11 बिंदु निर्धारित थे, लेकिन 01 मार्च 2012 को सभी विषयों को पाठ्यक्रम से बाहर कर दिया गया था. उसके स्थान पर मानवाधिकार और पुलिस कर्तव्य आठ बिंदुओं को निर्धारित किया गया था. जिसमें से भी पाठ्यक्रम के सात बिंदुओं को समाप्त करने के हुए उसके साथ सात पाठ्यक्रम में सात नये विषय निर्धारित किये गये हैं.
क्यों तैयार किया गया प्रस्ताव
पुलिस अधिकारियों के अनुसार नियुक्ति के बाद से प्रशिक्षण के दौरान पुलिसकर्मियों के बीच महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना लायी जा सकें. समाज में गलत दिशा में जाने वालों बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जा सकी. इसलिए नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को बुनियादी प्रशिक्षण दी जायेगी.
पुलिस पाठय़क्रम का नया सिलेबस
महिलाओं की इज्जत तथा उनके सम्मान की दिशा में कार्य करूंगा. समाज के कमजोर वर्गो के हितों की रक्षा करना प्राथमिकता होगी. कानून के दायरे में मदद करूंगा.
किसी के साथ मारपीट या गाली गलौज करना पुलिस का कर्तव्य नहीं होगा. सभी पुलिसकर्मी गलत आचरण से दूर रहेंगे.
पुलिस बच्चों के साथ होनेवाली क्रूरता का विरोध करेगी. कानून के दायरे में रह कर पुलिस बच्चों को सदाचार का संदेह देने का काम करेंगे.
सभी धर्म, जाति, सभी भाषा और क्षेत्र के लोग पुलिस के लिए एक सामान होंगे.
सभी राजनीतिक दल पुलिस के लिए बराबर होंगे. पुलिस किसी दल के पक्ष या विपक्ष में कार्य नहीं करेंगे. वरीय अधिकारियों के आदेश पर सामान कानूनी कार्रवाई करेंगे.
किसी भी पीड़ित व्यक्ति की सहायता पुलिस अपने स्तर से करेंगे. सहायता नहीं दे पाने की स्थिति में पीड़ित को वरीय अधिकारी के पास लेकर जायेंगे.
चुस्त वरदी और हंसमुख चेहरा आरक्षियों की पहचान होगी. आमलोगों ने सहयोग से उग्रवादियों और अपराधियों से निबटना उनका काम होगा.