रांची : 14 साल की सजा पूरी कर चुके कैंसर पीड़ित कैदी देविया मुंडा की मौत इलाज के दौरान रिम्स में हो गयी़ वह बेड़ो का निवासी था़ रिम्स में चिकित्सकों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया और परिजनों को सौंप दिया गया़ कैंसर की जानकारी होने के बाद कैदी के परिजनों ने सरकार […]
रांची : 14 साल की सजा पूरी कर चुके कैंसर पीड़ित कैदी देविया मुंडा की मौत इलाज के दौरान रिम्स में हो गयी़ वह बेड़ो का निवासी था़ रिम्स में चिकित्सकों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया और परिजनों को सौंप दिया गया़ कैंसर की जानकारी होने के बाद कैदी के परिजनों ने सरकार से आजीवन कारावास की सजा पूरी कर लेने पर उसे रिहा करने की भी मांग की थी़ उनका मानना था कि अब उसकी जिंदगी के कुछ लम्हे ही बचे हैं, क्योंकि एम्स ने तीन बार इलाज करने के बाद यह कहते हुए वापस भेज दिया था कि देविया को दवा नहीं दुआ की जरूरत है़.
गौरतलब है कि वर्तमान में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार में आजीवन कारावस की सजा पूरी कर चुके 105 कैदी है़ं वे कई बार रिहाई की मांग कर चुके है़ं कई बार उनलोगों ने अपनी रिहाई के लिए जेल में अनशन कर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास भी किया है़, लेकिन सरकार उन कैदियों के रिहा करने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है़ .
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में प्रधान न्यायुक्त ने उनके संबंध में रिपोर्ट लेने के लिए अधिवक्ताओं की एक टीम का गठन किया है़ टीम ने 18 फरवरी को होटवार जेल का दौरा भी किया था और अपनी रिपोर्ट सौंपी है़ इधर जेल प्रशासन ने भी कारा विभाग को उन कैदियों की रिहाई की अनुशंसा करते हुए पत्र लिखा है़ आजीवन कारावास की सजा पूरी कर चुके कैदियों को सरकार के निर्णय का इंतजार है़