17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दो आइएएस ने एक-दूसरे पर प्राथमिकी की अनुमति मांगी

रांची: घरेलू विवाद काे लेकर राज्य के दाे वरीय आइएएस अधिकारियाें में ठन गयी है. विवाद इतना बढ़ गया है कि दाेनाें एक-दूसरे के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराना चाहते हैं. कल्याण सचिव राजीव अरुण एक्का आैर भू-राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव राजीव रंजन पड़ाेसी हैं. मेयर्स रोड में अगल-बगल के सरकारी क्वार्टर में रहते हैं. […]

रांची: घरेलू विवाद काे लेकर राज्य के दाे वरीय आइएएस अधिकारियाें में ठन गयी है. विवाद इतना बढ़ गया है कि दाेनाें एक-दूसरे के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराना चाहते हैं. कल्याण सचिव राजीव अरुण एक्का आैर भू-राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव राजीव रंजन पड़ाेसी हैं. मेयर्स रोड में अगल-बगल के सरकारी क्वार्टर में रहते हैं. दाेनाें के बीच सिवरेज-ड्रेनेज व गाड़ी की पार्किंग काे लेकर विवाद इतना बढ़ गया है कि दाेनाें अधिकारियाें ने मुख्य सचिव काे पत्र लिख कर एक-दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुमति मांगी है. खबर है कि दाेनाें अफसराें काे सरकार की आेर से नाेटिस भी जारी किया गया है.
सीएस ने किया था हस्तक्षेप : घर के दरवाजे पर राजीव रंजन के सरकारी वाहन के खड़ा होने की वजह से राजीव अरुण एक्का मुख्य सचिव राजीव गौबा की बैठक में नहीं जा सके थे. मुख्य सचिव ने जब उनसे अनुपस्थिति की वजह पूछी, ताे श्री एक्का ने बताया कि पड़ोसी आइएएस अफसर राजीव रंजन की गाड़ी लगी हाेने के कारण वह घर से निकल नहीं पा रहे हैं. मना करने पर राजीव रंजन उनसे झगड़ा करते हैं. इस पर मुख्य सचिव ने दोनों अफसरों को बुलाया था. मामला सुलझाने का निर्देश दिया था. मुख्य सचिव के हस्तक्षेप के बाद भी मामला नहीं सुलझा, ताे श्री गौबा दाेनाें अफसरों पर नाराज भी हुए.
रांची के उपायुक्त ने की थी जांच : गाड़ी पार्किंग को लेकर दोनों अफसरों के बीच हुए विवाद के बाद मुख्य सचिव ने रांची के उपायुक्त मनोज कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा था. दोनों के आवास के पास गाड़ी पार्किंग की जगह की उपलब्धता के बारे में भी पूछा था. उपायुक्त ने स्थल निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव को पत्र लिख कर बताया है कि मेयर्स रोड में सभी सरकारी क्वार्टर के लिए गाड़ी पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह है. राजीव अरुण एक्का व राजीव रंजन दोनों के सरकारी वाहन आराम से पार्क किये जा सकते हैं.
दोनों ने क्या लिखा है पत्र में
मुख्य सचिव काे भेजे गये पत्र में राजीव अरुण एक्का ने राजीव रंजन पर प्रताड़ित करने और अपशब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. वहीं राजीव रंजन ने अपने पत्र में श्री एक्का पर गाली-गलौज करने और वरीय होने का हवाला देते हुए धमकाने का आरोप लगाया है.
विवाद का कारण
1994 बैच के आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का और 2010 बैच के राजीव रंजन मेयर्स रोड में अगल-बगल के सरकारी क्वार्टर में रहते हैं. सूत्र के मुताबिक, कूड़ा फेंकने और गंदे पानी की निकासी को लेकर दोनों आइएएस अफसरों में तू-तू मैं-मैं होते रहती थी. पर, इस बार कार पार्किंग को लेकर हुए झगड़े के बाद दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी है.
मैं इस विषय पर कोई बात नहीं करना चाहता. कुछ कहना नहीं चाहता.
राजीव अरुण एक्का
कल्याण सचिव
मैं मीटिंग में हूं. बात नहीं कर सकता.
राजीव रंजन
संयुक्त सचिव
भू-राजस्व विभाग
संभवत: पहला मामला
घरेलू विवाद काे लेकर आइएएस अफसराें द्वारा एक- दूसरे पर प्राथमिकी की अनुमति मांगने का संभवत: झारखंड का यह पहला मामला है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें