रांची: झारखंड के कम से कम 10 लोग आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े हैं. ये लोग जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, पाकुड़ और जामताड़ा के रहनेवाले हैं. पुलिस के आधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि की है़ जमशेदपुर निवासी अब्दुल सामी के हरियाणा से पकड़े जाने के बाद पुलिस को अलकायदा से जुड़े लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है़ पुलिस सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि अलकायदा से जुड़े इन लोगों ने आतंकी बनने की ट्रेनिंग भी ली है़ इनमें से कुछ ने देश से बाहर जाकर ट्रेनिंग ली है़ स्थानीय पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसियां भी इन लोगों पर नजर रख रही है़ बताया जाता है कि इनकी संख्या बढ़ सकती है़.
झारखंड में ट्रेनिंग सेंटर होने का शक
खुफिया एजेंसियों को शक है कि अलकायदा ने झारखंड में कहीं पर ट्रेनिंग सेंटर खोल रखा है. यहां पर युवकों को बहका कर संगठन से जोड़ने के साथ-साथ दूसरी तरह की हल्की ट्रेनिंग दी जाती है. दिल्ली पुलिस इस बारे में सामी से पूछताछ कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, झारखंड के युवकों को अलकायदा से जोड़ने का काम पिछले माह कटक से गिरफ्तार अब्दुल रहमान उर्फ कटकी ने किया है. कटकी अकसर जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, पाकुड़ और जामताड़ा का दौरा करता था़ इन जगहों पर धार्मिक प्रवचन करता था़ धर्म के नाम पर युवकों को गलत जानकारियां देकर उन्हें संगठन से जोड़ता था़ रांची के हिंदपीढ़ी के लोगों ने कटकी का विरोध भी किया था. कटकी ने ओड़िशा के भुवनेश्वर के नजदीक एक गैर सरकारी मदरसा खोल था, जिसमें पढ़नेवाले बच्चों में 80 प्रतिशत लोहरदगा जिले (करीब 60 बच्चे) के थे.
सामी 20-25 युवकों के साथ गया था जमात में
पिछले माह कटकी की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने अब्दुल सामी की खोज शुरू कर दी थी. करीब 15 दिन पहले दिल्ली पुलिस की टीम जमशेदपुर आयी ती. तब पुलिस को पता चला था कि अब्दुल सामी जमात के लिए दिल्ली चला गया है. उसके साथ जमशेपुर के 20-25 अन्य लोग भी गये हैं. पुलिस इन सभी लोगों पर नजर रख रही है. हालांकि उनमें से चार-पांच ही पुलिस की नजर में संदिग्ध हैं.
जमशेदपुर. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने हरियाणा के मेवात जिले के नुह कस्बे से संदिग्ध आतंकी अब्दुल सामी के साथ मोहम्मद कासिम को भी गिरफ्तार किया है़ कासिम भी जमशेदपुर का रहनेवाला है़ पुलिस कासिम से पूछताछ कर रही है़ हालांकि उसकी गिरफ्तारी सार्वजनिक नहीं की गयी है़ गिरफ्तारी के तीसरे दिन भी उसे मीडिया के सामने नहीं लाया गया है़ हालांकि पूछे जाने पर एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने कहा कि उन्हें मो कासिम के बारे में कोई जानकारी दिल्ली पुलिस ने नहीं दी है़ पुलिस मान रही है कि अब्दुल सामी के साथ जमात में जानेवालों में एक मो कासिम भी था.
दिल्ली पुलिस ने धातकीडीह में दो दिन रेकी की थी
आतंकी संगठन से जुड़े रहने की संकेत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस की दो सदस्यीय टीम तीन जनवरी को जमशेदपुर पहुंची थी. टीम ने एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने संपर्क साधा और अब्दुल सामी की गिरफ्तारी के लिए धातकीडीह एके रेसीडेंसी के फ्लैट नंबर तीन की दो दिनों तक रेकी की. पुलिस टीम के सदस्य आम नागरिक बन कर अब्दुल सामी के फ्लैट तक पहुंचे थे. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अब्दुल सामी जमात में गया है, इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम लौट गयी. इसकी जानकारी एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने मंगलवार को पत्रकारों को दी. उन्होंने बताया कि ओड़िशा में कटकी की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस की टीम अब्दुल सामी का पता लेकर शहर आयी थी.
अब्दुल सामी को गिरफ्तार करने की पूरी तैयारी की गयी थी, लेकिन वह नहीं मिला. हरियाणा के मेवात में अब्दुल सामी की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस जिला पुलिस के संपर्क में है. मंगलवार को भी दिल्ली पुलिस ने एसएसपी अनूप टी मैथ्यू से संपर्क किया.
शहर के युवाओं को जोड़ने की तैयारी में था अब्दुल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब्दुल सामी 2014 में एक वर्ष की जमात की बात कहाकर घर से निकला था. इस दौरान उसने पाकिस्तान में जाकर ट्रेनिंग ली. पाकिस्तान के लिए उसने घरवालों को अंधेरा में रखाकर पासपोर्ट बनवाया. दिल्ली पुलिस को इसकी भनक लग गयी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब्दुल सामी के संपर्क में मानगो आजाद नगर व जाकिरनगर के कुछ युवक भी हैं. उनकी गतिविधयों पर जिला पुलिस और दिल्ली पुलिस नजर रखी हुई है. पुलिस के मुताबिक अब्दुल सामी शहर के युवाओं को अलकायदा से जोड़ने की तैयारी में था, लेकिन ओड़िशा में कटकी की गिरफ्तारी के बाद उसकी मंशा पर पानी फिर गया. फिलहाल पुलिस अब्दुल समी से संपर्क रखने वाले हर एक पर नजर रखी हुई है.