इसमें एएआइ का होल्डिंग 51 फीसदी रहेगा, जबकि राज्य सरकार और निजी क्षेत्र की कंपनियों की हिस्सेदारी भी सुनिश्चित करायी जायेगी. पहले चरण में 72 सीटों वाले एटीआर-72 स्तर के विमान का परिचालन एयरपोर्ट से किया जायेगा. दूसरे चरण में एयरबस ए-321 स्तर के विमान यहां से उड़ान भरेंगे. एयरपोर्ट के लिए कुल 675 एकड़ जमीन की आवश्यकता है.
विमानन विभाग को 146.18 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी गयी है. नौ राजस्व गांव के जमीन अधिग्रहण को लेकर सरकार की तरफ से सामाजिक अंकेक्षण करा लिया गया है. 294 एकड़ जान के अधिग्रहण को लेकर सरकार की तरफ से अधिसूचना भी जारी कर दी गयी है.