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राज्य में विकास का काम ज्यादा, ठेकेदार हैं कम

रांची : पथ निर्माण विभाग व ग्रामीण कार्य विभाग को ठेकेदारों की कमी झेलनी पड़ेगी. दोनों विभागों के पास काम काफी अधिक है, लेकिन ठेकेदार कम हैं. पहले यह स्थिति पथ विभाग के साथ उत्पन्न हुई, लेकिन अब ग्रामीण कार्य विभाग के साथ भी यही स्थिति होने जा रही है. ग्रामीण कार्य विभाग ने अभी […]

रांची : पथ निर्माण विभाग व ग्रामीण कार्य विभाग को ठेकेदारों की कमी झेलनी पड़ेगी. दोनों विभागों के पास काम काफी अधिक है, लेकिन ठेकेदार कम हैं. पहले यह स्थिति पथ विभाग के साथ उत्पन्न हुई, लेकिन अब ग्रामीण कार्य विभाग के साथ भी यही स्थिति होने जा रही है. ग्रामीण कार्य विभाग ने अभी तुरंत 700 करोड़ से अधिक के काम का टेंडर निकाला है. 250 से अधिक योजनाएं क्रियान्वित की जानी है.

इतनी बड़ी राशि का काम एक साथ विभाग ने पहली बार निकाला है. यह स्थिति तब है, जब विभाग में ठेकेदारों की काफी कमी हो गयी है. करीब 100 ठेकेदार डिबार हैं, जो काम नहीं ले सकते. कई काली सूची में डाले गये हैं.

पथ विभाग ने ठेकेदारों को दिया है न्यौता: पथ निर्माण विभाग ने ग्रामीण कार्य विभाग के ठेकेदारों को अपने यहां काम करने का न्यौता दिया है. विभाग ने ग्रामीण सड़कों का काम करनेवाले ठेकेदारों से आग्रह किया है कि वे उनके टेंडर में हिस्सा लें. इसके लिए विभाग की अोर से उन्हें ट्रेनिंग देने की भी बात हुई है. ऐसा विभाग में ठेकेदारों की कमी की वजह से किया जा रहा है. अभी स्थिति बदल गयी है. ग्रामीण सड़कों की योजना की कोई कमी नहीं है. बड़ी संख्या में टेंडर निकाले गये हैं. ऐसे में यहां के ठेकेदार अपने विभाग में काम करने के बजाय पथ विभाग में नहीं जायेंगे.

नये ठेकेदारों की इंट्री नहीं
ग्रामीण कार्य विभाग में पांच साल के अंदर एक भी नये ठेकेदार की इंट्री नहीं हुई है. यानी इस अवधि में विभाग ने ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया. इस तरह नये लोगों को इस काम में मौका नहीं मिल पाया. बड़ी संख्या में पुराने ठेकेदार काम लेकर फंसे हुए हैं. अब वे नया काम नहीं ले सकते हैं. इस तरह दिनों-दिन ठेकेदारों की कमी होती गयी.

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