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जज के खाते से उड़ाया पैसा

जज के खाते से उड़ाया पैसाजज ने करायी प्राथमिकी दर्जजानकारी हाेने पर पकड़े जाने के डर से जज के अकाउंट में लौटाया पैसा व गलती मान मांगी माफी संवाददाता, दुमकासाइबर क्राइम करते हुए दुमका के टीन बाजार के एक 17 साल के लड़के ने बिहार के एक जज को ही शिकार बना डाला और उनके […]

जज के खाते से उड़ाया पैसाजज ने करायी प्राथमिकी दर्जजानकारी हाेने पर पकड़े जाने के डर से जज के अकाउंट में लौटाया पैसा व गलती मान मांगी माफी संवाददाता, दुमकासाइबर क्राइम करते हुए दुमका के टीन बाजार के एक 17 साल के लड़के ने बिहार के एक जज को ही शिकार बना डाला और उनके खाते से पैसा उड़ा लिया. इतना ही नहीं इस खाते से उड़ाये गये पैसे से उसने करीब पैंसठ मोबाइल धारकों का मोबाइल भी रिचार्ज कर डाला. बिहार के उक्त जज ने प्राथमिकी भी दर्ज करायी है. साइबर क्राइम का यह मामला लगभग डेढ़ माह पुराना है. मामले में जब दुमका के टीन बाजार के रहने वाले उक्त लड़के को यह जानकारी हुई कि उसने किसी जन सामान्य को नहीं, जज को ही ठगी का शिकार बना डाला है और उसका धरा जाना लगभग तय है, तो उसने उक्त जज के खाते में राशि भी जमा कर डाली. इतना ही नहीं उक्त लड़के ने इसे अपनी पहली गलती बताते हुए एक माफीनामा भी भेजा है. —————कहा था, आपका कार्ड हो गया पुराना, करना है रिन्यूअलइस लड़के ने खुद को उस इलाके के बैंक शाखा का मुख्य प्रबंधक बताते हुए जज को उनके मोबाइल पर फोन किया था और विश्वास में लेकर कहा था कि उनका एटीएम कार्ड पुराना हो गया है, जिसका रिन्यूअल करना है. जज ने प्राथमिकी में कहा है कि उन्होंने विश्वास करके मांगी गयी सूचना दे दी और उसके बाद मोबाइल पर लगातार मैसेज भी आते रहे. बाद में एक अन्य नंबर से कन्फर्मेशन का मैसेज भी किया गया. उसी दिन दिल्ली से उन्हें जानकारी दी गयी कि उनके खाते से पैसे निकाले जा रहे हैं, तब उन्होंने बैंक जाकर तहकीकात की, तो पाया कि उनके खाते से 17,994 रुपये निकाले जा चुके हैं. ………………………………………………………….इन वेबसाइट के जरिये हुआ था ट्रांजेक्शनकंपनी ट्रांजेक्शनमोबिक्वीक.कॉम से 9999 एवं 2000 रुपयेवाईकैशसॉफ्टवेयर सोल्यूशन.कॉम से 1500 रुपयेपेययू. इन से 2000 एवं 995 रुपयेसीसीएवेन्यू.कॉम से 1500 रुपये…………………………………………………………..कहते हैं एक्सपर्टकभी भी किसी व्यक्ति को पासवर्ड, ओटीपी, सीवीवी नंबर व कार्ड की एक्सपाइरी डेट ना देंकभी किसी को अपना एटीएम न दें और न ही एटीएम के साथ उसका पीन लिखकर रखें.ऑनलाइन बैंकिंग कभी भी किसी साइबर कैफे से न करें.एटीएम और ऑनलाइन बैंकिंग के पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें.एटीएम में जब आप हों, तो दूसरे को प्रवेश करने न दें, क्योंकि एटीएम कार्ड का नंबर व पासवर्ड रहने पर कोई भी शख्स इसका दुरुपयोग कर सकता है.याद रखें. बैंक कभी भी फोन या ई-मेल पर बैंक व एटीएम से संबंधित गोपनीय जानकारी कभी नहीं मांगता………………………………………………………..आंध्र, गुजरात सहित कई राज्यों की पुलिस आती रही है दुमकादुमका. तीन की जगह 25 से 40 प्रतिशत मुनाफा पाने के चक्कर में दुमका ही नहीं आसपास के इलाके के कई मोबाइल विक्रेता साइबर अपराधियों के साथ मिलकर रिचार्ज के गोरखधंधे चला रहे हैं. दरअसल बड़ी-बड़ी नेटवर्क कंपनियां मोबाइल रिचार्ज करने वालों को तीन प्रतिशत कमीशन देती है, पर साइबर क्राइम करने वालों का नेटवर्क मोबाइल रिचार्ज करने वालों को 40 प्रतिशत तक का कमीशन प्रदान कर देता है. यही वजह है कि दुमका के कई मोबाइल रिचार्ज करने वाले दुकानदार भी इस तरह के साइबर क्राइम के धंधे में फंस चुके हैं. दुमका में अब तक गुजरात, आंध प्रदेश जैसे सुदूर राज्यों से टीम साइबर क्राइम के मामले में कार्रवाई के लिए कई बार पहुंच चुकी है.अधिक पैसे कमाने की लालच में ई-रिचार्ज दे रहा बढ़ावासाइबर क्राइम. किशोर व युवा फंसते जा रहे इस धंधे में

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