संस्था की ओर से उपलब्ध कराये गये सभी दस्तावेज प्रथम दृष्टया फरजी प्रतीत हो रहे हैं. यह खुलासा आरटीआइ कार्यकर्ता सुनील कुमार महतो को फाउंडेशन की ओर से दी गयी सूचना से हुआ है. आरोह फाउंडेशन की ओर से चार लाभुकों के नियोजक कंपिनयों द्वारा निर्गत पे-स्लिप की छायाप्रति दी गयी है. रिपोर्ट में बोकारो जिला के पिंडराजोड़ा गांव निवासी वनमाली महतो को वर्द्धमान यार्न लिमिटेड में 25 जून 2014 को 5000 रुपये मालिक वेतन पर नियोजित दिखाया गया है, परंतु पे स्लिप में पूरे जून माह में कार्यरत दिखाते हुए 3920 रुपये का भुगतान दिखाया गया है. वहीं धनबाद ढोकरा गांव निवासी विष्णु मंडल को फ्यूचर वेल्यू रिटेल लिमिटेड में 25 जून 2014 से नियोजित दर्शाया गया है. इनके पे-स्लिप में पूरे जून माह में 28 दिन कार्यरत दिखाते हुए वेतन दिया गया है. पे-स्लिप में अंकित इएसआइसी नंबर-6922862974 गाजीपुर उत्तर प्रदेश के अरुण कुमार के नाम से पंजीकृत है.
इंटर पास बोकारो जिला के जनमडीह गांव निवासी राधानाथ महतो को गिरिडीह के होटल अशोका इंटरनेशनल में रूम अटेंडेंट के रूप में नियुक्त दिखाया गया है. पे-स्लिप में ग्रास सेलरी-4500 रुपये, बेसिक पे-4600 रुपये और टोटल अर्निंग 4500 रुपये अंकित है. संस्था की ओर से दीपक वर्मा के नाम का पे स्लिप दिया गया, जो आरोह फाउंडेशन के लाभुकों की सूची में है ही नहीं.