पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि गोलीबारी में कई उग्रवादी जख्मी हुए हैं, जिन्हें उनके साथी लेकर भाग निकलने में सफल रहे हैं. दोनों उग्रवादियों के शवों को देर रात तक अड़की थाना लाये जाने की संभावना है. समाचार लिखे जाने पर मारे गये उग्रवादियों की शिनाख्त नहीं हो पायी थी. ज्ञात हो कि जिस जगह पर पुलिस और उग्रवादियों में मुठभेड़ हुई है, वह स्थान पीएलएफआइ का गढ़ है. किसी भी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए उग्रवादी यहां जुटते रहे हैं और रणनीति बनाते रहे हैं.
जानकारी के अनुसार एसपी अनीस गुप्ता को दिन के करीब तीन बजे सूचना मिली कि मदहातू जंगल में पीएलएफआइ के कई उग्रवादी जुटे हुए हैं और किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. एसपी के निर्देश पर ऑपरेशन एएसपी पीआर मिश्र, अड़की थाना प्रभारी रतिभान सिंह के साथ जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ 157 बटालियन की टीम ने शाम चार बजे के करीब जंगल की घेराबंदी की. पुलिस से घिरता देख उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. उसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से चली गोलीबारी में दो उग्रवादी मारे गये. एसपी के अनुसार दोनों तरफ से करीब 50-60 राउंड गोली चली. बाद में पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी भाग निकले. ज्ञात हो कि इन दिनों खूंटी इलाके में उग्रवादियों और नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए पुलिस ने अपना अिभयान तेज कर दिया है. पुलिस की कार्रवाई देर रात तक जारी थी.