Advertisement
बदली-बदली थी रिम्स की व्यवस्था
रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की व्यवस्था शनिवार को बिल्कुल अलग दिखी. इमरजेंसी द्वार के पास अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोगों का विजिटिंग कार्ड बन रहा था. प्रवेश गेट पर सुरक्षा कर्मी विजिटिंग कार्ड देख कर अस्पताल में प्रवेश करने दे रहे थे. यह नयी व्यवस्था मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश का […]
रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की व्यवस्था शनिवार को बिल्कुल अलग दिखी. इमरजेंसी द्वार के पास अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोगों का विजिटिंग कार्ड बन रहा था. प्रवेश गेट पर सुरक्षा कर्मी विजिटिंग कार्ड देख कर अस्पताल में प्रवेश करने दे रहे थे. यह नयी व्यवस्था मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश का असर है. वार्ड में भरती मरीजों के पास मात्र एक परिजन ही दिखे. कई लोग इस नयी व्यवस्था को देख स्तब्ध थे, क्योंकि इससे पहले आने जाने पर किसी तरह की रोकटोक नहीं थी. महत्वपूर्ण वार्ड में भी लोगों की भीड़ रहती थी.
पहले दिन बने 1100 विजिटिंग कार्ड : रिम्स में शनिवार को 1100 लोगों का विजिटिंग कार्ड बनाया गया. विजिटिंग कार्ड के लिए सुबह से ही परिजनों की भीड़ लगी हुई थी. कार्ड के लिए परिजनों को मरीज का दवा का चार्ट लाना पड़ता है. विजिटिंग कार्ड की पहली चेकिंग कैश काउंटर के पास हो रही थी. दूसरी चेकिंग वार्ड में प्रवेश द्वार पर की जा रही थी. हर वार्ड के सामने एक-एक सुरक्षा कर्मी बैठे हुए थे.
सुरक्षा कर्मी से हुई बकझक : विजिटिंग कार्ड की चेकिंग कर रहे सुरक्षा कर्मियों को दिनभर परेशानी का सामना करना पड़ा. परिजनों से विजिटिंग कार्ड मांगने पर लोग भड़क जा रहे थे. सुरक्षा गार्ड से दिन में कई बार नोक-झोंक की नौबत आयी, लेकिन सुरक्षा कर्मियों को निर्देश था कि वे शांतिपूर्ण तरीके से परिजनों से व्यवहार करे.
विजिटिंग कार्ड की व्यवस्था पहले से ही थी, लेकिन मुख्यमंत्री जी के आदेश के बाद इसे सख्ती से लागू किया गया है. अस्पताल के नियमानुसार वार्ड में मरीज के साथ एक परिजन को ही रहना है. डॉ एसके चौधरी, निदेशक रिम्स
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement