17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गढ़वा डीडीसी ने न्यायालय में किया आत्मसमर्पण, गये जेल

रांची : निगरानी के विशेष न्यायाधीश मो शाकिर की अदालत में शनिवार को गढ़वा डीडीसी ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने के बाद उन्हें चार अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. उल्लेखनीय है कि उमा शंकर प्रसाद पूर्व में हजारीबाग डीटीओ के रूप में पदस्थापित थे. उनके कार्यकाल के […]

रांची : निगरानी के विशेष न्यायाधीश मो शाकिर की अदालत में शनिवार को गढ़वा डीडीसी ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने के बाद उन्हें चार अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. उल्लेखनीय है कि उमा शंकर प्रसाद पूर्व में हजारीबाग डीटीओ के रूप में पदस्थापित थे.
उनके कार्यकाल के दौरान निगरानी की टीम ने उनके कार्यालय में वर्ष, 2011 में छापा मार कर रुपये के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था. वहां से कई दस्तावेज भी बरामद किये गये थे. इसके अलावा उमा शंकर प्रसाद पर हजारीबाग डीटीओ के पद पर रहते हुए चौपारण चेक पोस्ट से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के जरिये वाहन चालकों से अवैध रूप से वसूली करने का आरोप था. दोनों मामले में निगरानी ने उन पर आरोप सही पाया था.
अनुसंधान के दौरान यह भी पाया गया था कि उमा शंकर प्रसाद निबंधन व परमिट और लाइसेंस बनाने के कार्यो में अनियमितता बरतते थे. इस मामले में पूर्व में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका था. इसी मामले में उन्होंने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है.
निगरानी की नजर में थे फरार
गिरफ्तारी के लिए गठित थी टीम
जानकारी के अनुसार उमा शंकर प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए निगरानी की टीम गठित की गयी थी. यह टीम निगरानी एएसपी आनंद जोसेफ तिग्गा और केस के अनुसंधानक की अनुशंसा पर गठित की गयी थी. पूर्व में उमा शंकर प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए निगरानी की टीम हरिहर सिंह रोड स्थित उनके आवास में छापेमारी कर चुकी थी. लेकिन उस वक्त वो वहां मौजूद नहीं थे.
26 मार्च को जमानत पर सुनाई
उमा शंकर प्रसाद की ओर से उनके वकील ने जमानत के लिए न्यायालय में याचिका दायर की है. जिस पर 26 मार्च को सुनवाई होनी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें