रांची: एनआरएचएम के अनुबंध कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल बुधवार से शुरू हो गयी. एनआरएचएम अनुबंध कर्मचारी संघ ने इसकी घोषणा पहले कर दी थी. संघ ने सरकार से मांगे पूरी करने का आग्रह किया था. कार्य बहिष्कार के पहले दिन बुधवार को संघ के बैनर तले सैकड़ों कर्मियों ने आरसीएच परिसर स्थित निदेशालय का घेराव किया व नारे लगाये.
उन्होंने परिसर स्थित कार्यालयों में तालाबंदी कर दी. राज्य भर के आरसीएच व सिविल सजर्न कार्यालयों में काम ठप करा दिया. इधर, स्वास्थ्य विभाग ने दो दिन पहले ही संघ के अध्यक्ष राहुल प्रताप सिंह की बर्खास्तगी का पत्र उनके आवासीय पते पर भेज दिया था, जो उन्हें मिल गया है. एनआरएचएम कर्मी इसे दमनकारी कार्रवाई मान रहे हैं और उन्होंने सरकार को अपना फैसला बदलने को कहा है.
गौरतलब है कि विभागीय सचिव के विद्यासागर व अभियान निदेशक, एनआरएचएम मनीष रंजन केंद्र सरकार के एक कार्यक्रम में शामिल होने श्रीनगर गये हुए हैं. दोनों पांच जुलाई के बाद रांची लौटेंगे. इधर, संघ के अध्यक्ष राहुल प्रताप सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पांच जुलाई को राज्य भर के एनआरएचएम कर्मी रांची में जुटेंगे व सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. वहीं, छह जुलाई से राज्य भर के सिविल सजर्न कार्यालयों के समक्ष भूख हड़ताल करेंगे.
संघ की मांग : अवकाश, भविष्य निधि, सामूहिक बीमा, चिकित्सीय सुविधा, अनुबंध अवधि में विस्तार, वार्षिक मानदेय वृद्धि व नियमितीकरण समेत सहिया को मानदेय देने आदि मांग शामिल है. अनुबंधकर्मी अपनी मांगों के लिए सरकार द्वारा गठित कमेटी की अनुशंसा को लागू करने व मूल्यांकन कमेटी के निर्णय को निरस्त करने की भी मांग कर रहे हैं.