28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड मेरा दूसरा घर है : सामासामी भानुमति

सुप्रीम कोर्ट के जज के रुप में आज लेंगी शपथवरीय संवाददातारांची : झारखंड हाइकोर्ट की चीफ जस्टिस रामासामी भानुमति मंगलवार को एयर इंडिया के विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं. वे 13 अगस्त को दिन 10 बजे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगी. उनके साथ हाइकोर्ट प्रोटोकॉल के कई अधिकारी […]

सुप्रीम कोर्ट के जज के रुप में आज लेंगी शपथवरीय संवाददातारांची : झारखंड हाइकोर्ट की चीफ जस्टिस रामासामी भानुमति मंगलवार को एयर इंडिया के विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं. वे 13 अगस्त को दिन 10 बजे सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगी. उनके साथ हाइकोर्ट प्रोटोकॉल के कई अधिकारी भी दिल्ली गये हैं. एयरपोर्ट पर वरिष्ठ न्यायाधीश डीएन पटेल, न्यायाधीश आरआर प्रसाद, न्यायाधीश प्रशांत कुमार, न्यायाधीश पीपी भट्ट सहित सभी न्यायाधीश, रजिस्ट्रार जनरल एके चौधरी, बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष पीसी त्रिपाठी व कई अधिवक्ता उपस्थित थे. इससे पूर्व मंगलवार को चीफ जस्टिस ने कोर्ट किया. इसके बाद उन्होंने फुलकोर्ट तथा महत्वपूर्ण कार्यों का निष्पादन किया. एडवोकेट एसोसिएशन, हाइकोर्ट की ओर से चीफ जस्टिस के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया. चीफ जस्टिस आर भानुमति ने कहा कि झारखंड उनका दूसरा घर है. यहां आकर उन्हें बहुत अच्छा लगा. सुप्रीम कोर्ट में भी वह झारखंड के हितों का ध्यान रखेंगी. चीफ जस्टिस भानुमति ने कहा कि विगत 15 नवंबर 2013 को झारखंड आयी थीं. उस दिन को वह कभी भूल नहीं सकती हैं. यहां आते ही उन्होंने देखा की हर तरफ अलग राज्य के गठन की खुशियां मनाई जा रही हैं. उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को सुझाव दिया कि वे प्रतिदिन अपने कार्यों में से कम से कम एक घंटा जरूर निकाले. उस एक घंटे में किताब, जर्नल व अदालती फैसलों का अध्ययन करें, खूब पढ़ें. सीनियर एडवोकेट से सीख लें, ताकि झारखंड हाइकोर्ट की एक अलग पहचान बन सके. 75,000 से अधिक मुकदमे लंबितचीफ जस्टिस आर भानुमति ने कहा कि झारखंड हाइकोर्ट में 75000 से अधिक मुकदमे लंबित हैं. न्यायाधीशों की कमी के कारण पेंडेंसी बनी हुई है. जब न्यायाधीशों के रिक्त पद भर जायेंगे, तब मुकदमों की तेजी से सुनवाई हो सकेगी. अभी का यह संकट अधिवक्ताओं के लिए एक बड़ा अवसर बन जायेगा. जस्टिस डीएन पटेल ने कहा कि मदर टेरेसा की तरह चीफ जस्टिस भी सरल व सौम्य रहीं हैं. उनमें आडंबर या दिखावा नहीं है. अपने कार्यों के प्रति वे पूरी तरह से सचेत रहती हैं. कई लैंडमार्क जजमेंट दिया है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि वे आगे भी झारखंड के हितों का ध्यान रखेंगी. एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश तिवारी ने मुख्य न्यायाधीश को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त होना झारखंड के लिए गौरव की बात है. हाइकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के गेटवे जैसा हो गया है. यहां से कई जज सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे और चीफ जस्टिस तक बने. इस अवसर पर सभी न्यायाधीशगण, वरीय अधिवक्ता व सदस्य उपस्थित थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें