एजेंसियां, नयी दिल्ली अफ्रीका में अब तक हजारों लोगों की जान ले चुके इबोला वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है. चेन्नई के एक मरीज में इस वायरस के लक्षण देखे गये हैं. गुयाना से आये इस व्यक्ति की जब जांच की गयी, तो उसमें वही लक्षण पाये गये जो इबोला से प्रभावित व्यक्ति में पाये जाते हैं. गौरतलब है कि इस बीमारी की विभीषिका की वजह से ही विश्व स्वास्थ संगठन ने इसे अंतराष्ट्रीय महामारी घोषित किया है. चंडीगढ़ में उपलब्ध है टेस्ट की सुविधाचंडीगढ़ में लाइबेरिया, गुएना और नाइजीरिया के छात्र पढ़ने और घूमने आते हैं. ऐसे में इस वायरस का खतरा यहां भी महसूस किया जा रहा है. फिलहाल इसका कोई ट्रीटमेंट और न ही वैक्सीन है. इसका एक ही बचाव है कि संक्र मित व्यक्ति से दूर रहें. यह वायरस डायरेक्ट ट्रांसफर नहीं होता है. मसलन खांसी व पानी से नहीं फैलता बल्किखून, मल व पसीने के संपर्क में आने से आता है. चंडीगढ़ में इस टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है. इबोला के बारे में जानिए सब कुछइबोला के लक्षण दस्त, उल्टी और ब्लीडिंग हैं. इबोला संक्र मित लोगों की चमड़ी गलने लगती है. कुछ दिन बाद ऐसी स्थिति आती है कि हाथ, पैर के साथ-साथ पूरा शरीर गल जाता है. इबोला वायरस किसी संक्र मित व्यक्ति के खून, मल या पसीने से सीधे संपर्कमें आने से फैलता है. यह वायरस यौन संपर्कऔर वायरस वाली डेड बाडी को गलत तरीके से डिस्पोज करने से भी फैल सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक इबोला एक खतरनाक व जानलेवा वायरस है. वायरस संक्र मित होने के बाद व्यक्ति की मौत की आशंका 90 फीसदी तक होती है.
भारत में इबोला का पहला मरीज मिला
एजेंसियां, नयी दिल्ली अफ्रीका में अब तक हजारों लोगों की जान ले चुके इबोला वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है. चेन्नई के एक मरीज में इस वायरस के लक्षण देखे गये हैं. गुयाना से आये इस व्यक्ति की जब जांच की गयी, तो उसमें वही लक्षण पाये गये जो इबोला से प्रभावित […]
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