भूमि बंदोबस्ती के प्रस्ताव के कारण घटी घटना
रांची : चान्हो के सिलागाईं में गत 29 जुलाई को हुई हिंसक घटना के पीछे धार्मिक कार्यो के लिए भूमि बंदोबस्ती के प्रस्ताव का मामला है. इस घटना के लिए चान्हो के बीडीओ-सीओ जिम्मेदार हैं.
रांची के उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक की संयुक्त जांच रिपोर्ट में इस तथ्य का उल्लेख किया गया है. साथ ही चान्हो के बीडीओ-सीओ के निलंबन की अनुशंसा की गयी है.
संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के आलोक में धार्मिक कार्यो के लिए सरकारी जमीन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. इसके बावजूद चान्हो सीओ ने धार्मिक कार्यो के लिए सरकारी जमीन की बंदोबस्ती का प्रस्ताव जिला मुख्यालय को भेजा था.
बंदोबस्ती के लिए प्रस्तावित जमीन के बीच की एक प्लॉट को दूसरे पक्ष के लोग अपना बता रहे हैं, इसलिए दूसरे पक्ष के लोग बंदोबस्ती के प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे, जबकि एक पक्ष के लोग बंदोबस्ती के लिए प्रस्तावित जमीन पर धार्मिक कार्यक्रम करना चाहते थे.
इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तनाव था. रिपोर्ट के मुताबिक तनाव को नियंत्रित करने और स्थिति को सामान्य करने के मामले में बीडीओ ने भारी लापरवाही बरती. उनके द्वारा विवादित बयान भी दिये गये थे. इस कारण ग्रामीणों में बीडीओ-सीओ के खिलाफ आक्रोश है.