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झारखंड में 55 फीसदी कम हुई बारिश, खेती प्रभावित

मनोज सिंह साहेबगंज छोड़ सभी जिलों में बारिश की स्थिति खराब, धान की खेती प्रभावित रांची : झारखंड में इस साल भी मॉनसून के धोखा देने के संकेत मिल रहे हैं. मॉनसून के शुरुआती दिनों में बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है. पूरे राज्य में सामान्य से करीब 55 फीसदी कम बारिश हुई है. एक […]

मनोज सिंह
साहेबगंज छोड़ सभी जिलों में बारिश की स्थिति खराब, धान की खेती प्रभावित
रांची : झारखंड में इस साल भी मॉनसून के धोखा देने के संकेत मिल रहे हैं. मॉनसून के शुरुआती दिनों में बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है. पूरे राज्य में सामान्य से करीब 55 फीसदी कम बारिश हुई है. एक से 30 जून तक झारखंड में 199.9 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. इसकी तुलना में मात्र 90.0 मिमी ही बारिश हुई है.
साहेबगंज को छोड़ राज्य के सभी जिलों में सामान्य से आधी से भी कम बारिश हुई है. मौसम विभाग के आकड़े बताते हैं कि साहेबगंज में 290 मिमी बारिश हुई है. यहां इस अवधि में 257 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. बारिश नहीं होने के कारण जहां शहरों में पीने के पानी का संकट हो रहा है, वहीं ग्रामीण इलाकों में खेती प्रभावित है. झारखंड में सबसे अधिक धान की खेती होती है. बारिश नहीं होने के कारण अब तक किसान धान का बिचड़ा भी नहीं डाल पाये हैं. खेत सूखे पड़े हुए हैं.
1800 हजार हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य : राज्य सरकार ने चालू खरीफ के मौसम में 1800 हजार हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य रखा है. अभी किसी जिले में रोपा नहीं हो पाया है. कुछ जिलों में केवल सीधी बोआई से करीब 65 हजार हेक्टेयर में धान लगाया गया है. राज्य में जनजातीय बहुल इलाकों में सीधी बोआई से धान लगाने की प्रथा है.
बीएयू के कृषि सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ ए बदूद बताते हैं कि दो-चार दिनों में अच्छी बारिश हो सकती है. ऊपरी जमीन और मध्यम जमीन में 20 जून तक रोपा करने का सही समय है. बारिश नहीं होने के कारण बिचड़ा भी बड़े पैमाने पर तैयार नहीं हो पा रहा है. बिचड़ा तैयार होने में करीब 21 दिन का समय लगता है. इसके बाद ही रोपा हो पायेगा. इससे खेती में देर होने की उम्मीद है. प्रगतिशील किसान श्रीविधि से भी धान की खेती कर सकते हैं.
देर से आया है मॉनसून
इस बार झारखंड में मॉनसून भी देर से आया है. अामतौर पर झारखंड में मॉनसून 15 जून के आसपास आता है. इस साल झारखंड में मॉनसून 21 जून को आया है. मॉनसून आने के बाद भी झारखंड में अच्छी बारिश नहीं हुई है. इस कारण खेती पर इसका विपरीत असर दिख रहा है. मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इस कारण झारखंड में भी अगले दो-तीन दिनों तक अच्छी बारिश हो सकती है. एक जुलाई की बारिश को लेकर मौसम विभाग ने एलर्ट भी जारी किया है.
रांची में मात्र 106 मिमी हुई बारिश
राजधानी रांची में पिछले नौ साल के सबसे कम बारिश इस बार के जून में हुई है. 2010 में राजधानी में पूरे जून में 63 मिमी बारिश हुई थी. इस बार 106 मिमी बारिश हुई है. पिछले साल 110 मिमी बारिश हुई थी. पिछले 10 साल में जून में सबसे अधिक बारिश 2011 हुई थी. तब करीब 588 मिमी बारिश दर्ज की गयी थी.
पिछले 10 साल में बारिश (रांची में)
वर्ष बारिश
2018 110मिमी
2017 172मिमी
2016 158मिमी
2015 281मिमी
2014 175मिमी
2013 360मिमी
2012 108मिमी
2011 588मिमी
2010 63मिमी
2009 135मिमी
एक से 30 जून तक झारखंड में 199.9 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. इसकी तुलना में मात्र 90.0 मिमी ही बारिश हुई
जिलों में अब तक हुई बारिश की स्थिति
जिला बारिश हुई सामान्य वर्षा स्थिति (% में)
पलामू 77.0 मिमी 129.0 मिमी -40%
गढ़वा 42.8 मिमी 141.4 मिमी -70%
लातेहार 90.0 मिमी 180.7 मिमी -50%
गुमला 93.9 मिमी 218.0 मिमी -57%
लोहरदगा 147.0 मिमी 193.1 मिमी -24%
सिमडेगा 147.3 मिमी 238.5 मिमी -38%
हजारीबाग 89.5 मिमी 203.6 मिमी -56%
चतरा 28.9 मिमी 176.1 मिमी -84%
कोडरमा 43.0 मिमी 177.6 मिमी -76%
रामगढ़ 73.4 मिमी 199.4 मिमी -63%
जिलों में अब तक हुई बारिश की स्थिति
जिला बारिश हुई सामान्य वर्षा स्थिति (% में)
बोकारो 85.09 मिमी 186.4 मिमी -54%
देवघर 88.2 मिमी 192.0 मिमी -54%
धनबाद 108.5 मिमी 214.7 मिमी -49%
दुमका 101.4 मिमी 2017.5 मिमी -51%
पूर्वी सिंहभूम 134.3 मिमी 242.8 मिमी -45%
गिरिडीह 97.0 मिमी 191.9 मिमी -49%
गोड्डा 23.2 मिमी 176.5 मिमी -87%
जामताड़ा 85.5 मिमी 218.0 मिमी -61%
खूंटी 58.3मिमी 216.8 मिमी -73%
पाकुड़ 32.9मिमी 228.2मिमी -86%
रांची 106.7मिमी 213.5मिमी -50%
साहेबगंज 290.0मिमी 257.4मिमी 13%
सरायकेला 126.0मिमी 219.2मिमी -38%
प सिंहभूम 64.1मिमी 208.1मिमी -69%

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