हर वर्ष पांच-छह लाख टन उत्पादन का है लक्ष्य
मेदिनीनगर/रांची : पलामू की लाइफ लाइन राजहरा कोलियरी में सोमवार से फिर से उत्पादन शुरू हो गया है. पलामू सांसद वीडी राम, सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह व विधायक राधाकृष्ण किशोर ने पुन: उत्पादन के लिए इसका उदघाटन किया. 10 नवंबर 2010 से इस कोलियरी में उत्पादन ठप था. मौके पर सांसद वीडी राम ने कहा कि आज का दिन उनके लिए बेहद खुशी भरा है, उन्होंने जनता से किये गये वादे को पूरा किया गया है.
केंद्र सरकार की यह कोशिश है कि जो भी खदान बंद हैं, उन्हें चालू कराकर विकास के साथ-साथ रोजगार का बेहतर वातावरण तैयार किया जाये. सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह ने कहा कि प्रतिवर्ष राजहरा कोलियरी से पांच-छह लाख टन कोयले का उत्पादन होगा. इसे मॉडल खदान के रूप में विकसित करने का प्रयास होगा. निरंतर उत्पादन और इसकी विस्तार योजना पर भी काम होगा. विधायक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि राजहरा कोलियरी पलामू के प्रगति और प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ मामला है. इसमें पुन: उत्पादन शुरू होने से न सिर्फ राजहरा, बल्कि पूरे पलामू को लाभ होगा. संचालन कार्मिक प्रबंधक भावेश कुमार राठौर ने किया. जीएम कोटेश्वर राव ने स्वागत भाषण दिया. उन्होंने राजहरा कोलियरी को लेकर सीसीएल प्रबंधन की भावी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला.
राजहरा में 1842 से कोयला खनन
मालूम हो कि राजहरा खदान से 1842 से कोयला खनन हो रहा था. 1973 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया था. 24 अक्तूबर, 2010 को खदान में पानी चले जाने के इसे बंद कर दिया गया था. डीजीएमएस ने 10 नवंबर 2010 को इसे पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया था. लेकिन यह प्रतिबंध 17 मार्च 20105 को हटा लिया गया था.