रांची: आदिवासी छात्र संघ ने पंचम जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए उम्र सीमा 40 वर्ष (सामान्य वर्ग के लिए) रखने और उम्र की गणना जिस वर्ष के लिए परीक्षा ली जा रही है, उसके आधार पर करने की मांग की है.
सोमवार को संघ के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जेपीएससी अध्यक्ष शिव बसंत से मिल कर इस संबंध में मांग पत्र सौंपा. सदस्यों ने कहा कि यदि पंचम सिविल सेवा की परीक्षा में उम्र की गणना 2007 से नहीं कर 2013 से की गयी, तो अभ्यर्थियों को छह वर्ष की हानि होगी. इससे पूर्व चतुर्थ सिविल सेवा परीक्षा में वर्ष 2006 को उम्र गणना का आधार बनाया गया था.
मांग पत्र में मुख्य परीक्षा में अंगरेजी को अनिवार्य विषय के रूप में शामिल न करने, उसकी जगह हिंदी अथवा किसी क्षेत्रीय भाषा को अनिवार्य विषय बनाने और सामान्य छात्रों के लिए सिर्फ चार अवसरों की बाध्यता समाप्त करने की बात भी कही गयी है.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कृष्णा भगत ने बताया कि अध्यक्ष ने कहा है कि वे सरकार तक उनकी बात पहुंचायेंगे. आदिवासी छात्र संघ का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राज्यपाल व कार्मिक विभाग के पदाधिकारियों से भी मिलेगा. प्रतिनिधिमंडल में हरि उरांव,सुशील उरांव, विपिन टोप्पो, बंधु उरांव व सूरज उरांव शामिल थे.