रांची: रांची विवि के प्रोवीसी डॉ एम रजीउद्दीन ने कहा है कि उत्कृष्ट शोध एक चुनौती बन गयी है. इसके लिए विवि में शोध का माहौल पैदा करना होगा. शोध के लिए विद्यार्थियों व शिक्षकों को जो माहौल मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है. शोधकर्ता को शोध विधि का उपयोग करना आवश्यक है, तभी उत्कृष्ट शोध हो सकता है.
प्रोवीसी तीन जून को रांची विवि अंतर्गत पीजी मानवशास्त्र विभाग में दो सप्ताह से चल रहे विवि शिक्षक दक्षता निर्माण कार्यक्रम के समापन पर बोल रहे थे. इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय सामाजिक विज्ञान शोध परिषद, नयी दिल्ली व रांची विवि मानवशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया.
रांची विवि के रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी ने कहा कि आज कई क्षेत्रों में सिर्फ प्रोन्नति पाने के लिए शोध किये जा रहे हैं. शोध के नाम पर खानापूर्ति हो रही है. शोध से समाज को क्या फायदा होगा, इस उद्देश्य से शोध कार्य होने चाहिए. विभागाध्यक्ष सह कार्यक्रम निदेशक डॉ करमा उरांव ने आगुंतकों का स्वागत किया. कार्यक्रम में डॉ एसपी मिश्र ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. डॉ अजीत कुमार सहाय व डॉ अविनाश चंद्र मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया. मौके पर 25 प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र व अध्ययन सामग्री दिये गये.