Advertisement
झारखंड : दलालों ने बेच दिया था घर, मुकदमा जीते तो अपराधियों ने मार दी गोली
रांची : चुटिया थाने से महज 400 मीटर की दूरी पर अपराधियों ने अरुण नाग (62) को घर में घुस कर गोली मार दी. घटना गुरुवार दिन के करीब 3.30 बजे की है. अरुण नाग रांची विश्वविद्यालय से क्लर्क के पद से नौ माह पहले सेवानिवृत्त हुए थे. जिस घर में अरुण नाग अपने परिवार […]
रांची : चुटिया थाने से महज 400 मीटर की दूरी पर अपराधियों ने अरुण नाग (62) को घर में घुस कर गोली मार दी. घटना गुरुवार दिन के करीब 3.30 बजे की है. अरुण नाग रांची विश्वविद्यालय से क्लर्क के पद से नौ माह पहले सेवानिवृत्त हुए थे.
जिस घर में अरुण नाग अपने परिवार के साथ रह रहे थे, उसे कुछ दलालों और दबंग किस्म के लोगों ने फर्जी दस्तावेज के सहारे पूर्व में बेच दिया था. जानकारी मिलने पर वह कोर्ट की शरण में गये थे. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हाल ही में उन्होंने अपने घर पर फिर से मालिकाना हक हासिल किया था. लेकिन यह खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं रही. अपराधियों ने उनकी हत्या कर दी.
आवाज देकर बुलाया : बताया जाता है कि लाल रंग की स्कूटी से आये दो अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया. एक अपराधी स्कूटी स्टार्ट कर उसी पर बैठा रहा.
जबकि दूसरा अरुण नाग को आवाज देकर घर के बाहर बुलाया. वह जैसे ही दरवाजे पर आये हथियारबंद अपराधी ने उनकी आंख के नीचे गोली मार दी. मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना के बाद दोनों अपराधी पिस्तौल लहराते हुए स्कूटी से राम मंदिर के रास्ते नामकुम की ओर भाग गये.
पुलिस की प्रारंभिक जांच में घटना के पीछे जमीन दलालों और अपराधियों के हाथ होने की बात सामने आ रही है. जांच के लिए एफएसएसल व डॉग स्क्वॉयड की टीम भी पहुंची थी. सिटी डीएसपी, कोतवाली डीएसपी, चुटिया थाना प्रभारी सहित शहर के कई थानेदार और बाद में सिटी एसपी अमन कुमार भी मौके पर पहुंचे थे. बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया.
छोटू साव की हत्यारे भी नहीं पकड़ाये
– 2015 में छोटू साव की हत्या चुटिया पावर हाउस के पास ही कर दी गयी थी. हत्या में पीएलएफआइ की संलिप्तता सामने आयी थी. दो साल से अधिक हो गये़, लेकिन चुटिया पुलिस अब तक उस हत्या का खुलासा नहीं कर पायी है
– छह माह पहले बाबू लाल ठाकुर पर गोली मार जानलेवा हमला किया गया था. लेकिन हमलावर नहीं पकड़े गये
अरुण काे पहचानते थे फुचकावाले से पूछा था घर
अपराधियों ने जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया, उससे साफ है कि वे लोग अरुण नाग को पहचानते थे. पर उनका घर नहीं जानते थे. पावर हाउस के पास पहुंचने पर अपराधियों ने एक फुचका विक्रेता से अरुण के घर का पता पूछा था.
भाई भी थे घर पर
घटना के समय अरुण नाग के छोटे भाई तारा नाग भी घर पर थे. वह बाथरूम जा रहे थे, उसी समय गोली चलने की आवाज सुनी. तारा नाग का आलू, प्याज का हॉल सेल कारोबार है. जिस घर में घटना हुई, उसके सामने अरुण नाग का एक और मकान है.
कई जगह जमीन भी
अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. घरवालों से जानकारी ली जा रही है. जमीन का विवाद है या कुछ और, यह जांच के बाद ही पता चलेगा. जांच टीम गठित कर दी गयी है. -अमन कुमार, सिटी एसपी, रांची
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement