रांची: राज्य में शहीद जवानों को एयरफोर्स की तर्ज पर सलामी दी जायेगी. पुलिस लाइन के अलावा जवानों के अंतिम संस्कार के समय पुलिस ऑनर के साथ सलामी दी जायेगी. अब तक पुलिस लाइन में सलामी देने के बाद शहीदों के शव परिजनों के हवाले कर दिये जाते थे.
शहीदों के अंतिम संस्कार के समय सम्मान देने की सरकारी प्रक्रिया (फायरिंग और बंदूक नीचे करना आदि) नहीं की जाती थी.
मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने कहा कि शहीदों के परिवार को रुपये देना ही काफी नहीं है. शहीद और उनका परिवार रुपये से ज्यादा इज्जत के हकदार हैं. राजधानी में पुलिस मेमोरियल भी बनाने के लिए 10 दिनों में जगह निर्धारित कर शुरू कर दिया जायेगा.