24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड : राज्य के स्कूलों में पढ़ा रहे हैं 69 हजार अप्रशिक्षित शिक्षक

31 मार्च 2019 तक परीक्षा पास नहीं करने पर समाप्त होगी सेवा रांची : राज्य के सरकारी व निजी स्कूलों में 69645 अप्रशिक्षित शिक्षक कार्य कर रहे हैं. शिक्षकाें को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण पूरा करना होगा. प्रशिक्षण पूरा नहीं करने पर शिक्षकों की सेवा स्वत: समाप्त हो जायेगी. सरकार ने अप्रशिक्षित शिक्षकों राष्ट्रीय […]

31 मार्च 2019 तक परीक्षा पास नहीं करने पर समाप्त होगी सेवा
रांची : राज्य के सरकारी व निजी स्कूलों में 69645 अप्रशिक्षित शिक्षक कार्य कर रहे हैं. शिक्षकाें को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण पूरा करना होगा. प्रशिक्षण पूरा नहीं करने पर शिक्षकों की सेवा स्वत: समाप्त हो जायेगी.
सरकार ने अप्रशिक्षित शिक्षकों राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय (एनआइओएस) के माध्यम से प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू की है. शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए पंजीयन का कार्य पूरा हो गया है. राज्य में प्रशिक्षण के लिए 71198 शिक्षकों ने पंजीयन के लिए आवेदन दिया था. जिसमें से 69645 शिक्षकों का अंतिम रूप से नामांकन किया गया है.
शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर राज्य भर में 707 अध्ययन केंद्र बनाये गये हैं, इनमें से 650 अध्ययन केंद्र का चयन कर लिया गया है. अध्ययन केंद्र के माध्यम से ही प्रशिक्षण के लिए आवेदन देनेवाले अभ्यर्थियों को आगे के पठन-पाठन की जानकारी दी जायेगी. प्रशिक्षण को लेकर असाइनमेंट स्टडी सेंटर में जमा होगा. स्टडी सेंटर की जानकारी प्रशिक्षणार्थी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं. प्रथम चरण की परीक्षा मई-जून में होने की संभावना है. प्रशिक्षण के बारे में जानकारी संस्थान की वेबसाइट www.dled.nois.ac.in से प्राप्त कर सकते हैं.
परीक्षा शुल्क प्रति वर्ष 250 रुपये की दर से जमा करना होगा. प्रथम समूह में भारत में प्राथमिक शिक्षा : एक सामाजिक-संस्कृति परिप्रेक्ष्य, प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा शास्त्रीय प्रक्रियाएं विषय की परीक्षा होगी. द्वितीय समूह में प्रारंभिक स्तर पर भाषा का अधिगम, प्रारंभिक स्तर पर गणित का अधिगम, प्रारंभिक स्तर पर पर्यावरण का अधिगम विषय की पढ़ाई की होगी. प्रथम वर्ष में प्रायोगिक परीक्षा में विद्यालय आधारित गतिविधियां व कार्यशाला आधारित गतिविधियां होंगी.
स्वत: समाप्त हो जायेगी सेवा
अप्रशिक्षित शिक्षकों को 31 मार्च 2019 तक शिक्षक प्रशिक्षण पूरा करना होगा. प्रशिक्षण पूरा नहीं करने वाले शिक्षकों की सेवा स्वत: समाप्त हो जायेगी. 31 मार्च 2019 के बाद निजी विद्यालय में भी अप्रशिक्षित शिक्षक कार्य नहीं कर सकेंगे. इसके बाद केवल प्रशिक्षित शिक्षकों की ही नियुक्ति होगी.
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राज्य में निजी विद्यालय के साथ-साथ सरकारी विद्यालय में काफी संख्या में अप्रशिक्षित पारा शिक्षक कार्यरत हैं. प्रशिक्षण पूरा नहीं करने पर पारा शिक्षकों की सेवा भी समाप्त हो जायेगी. राज्य में सबसे अधिक अप्रशिक्षित शिक्षक गिरिडीह में है. गिरिडीह में 9083 शिक्षक अप्रशिक्षित हैं, जबकि सिमडेगा में सबसे कम शिक्षक 846 अप्रशिक्षित शिक्षक हैं.
जिला शिक्षक
बोकारो 3883
चतरा 3180
देवघर 2271
धनबाद 4909
दुमका 2097
गढ़वा 2289
गिरिडीह 9083
गोड्डा 1260
जिला शिक्षक
गुमला 2041
हजारीबाग 6543
जामताड़ा 913
खूंटी 1063
कोडरमा 2527
लातेहार 1549
लोहरदगा 1431
पाकुड़ 972
जिला शिक्षक
पलामू 5516
प.सिंहभूम 1434
पूर्वी सिंहभूम 2531
रामगढ़ 2538
रांची 7646
साहेबगंज 1656
सरायकेला 1469
सिमडेगा 784
शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए पंजीयन का कार्य पूरा हो गया है. प्रशिक्षण को लेकर राज्य के सभी जिलों में अध्ययन केंद्र बनाया गया है. अभ्यर्थी अध्ययन केंद्र की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं. अध्ययन केंद्र पर अभ्यर्थियों को पठन-पाठन से लेकर परीक्षा तक की पूरी जानकारी दी जायेगी. कक्षा में अभ्यर्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है.
डॉ एके सिंह, क्षेत्रीय निदेशक एनओआइएस, रांची केंद्र

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें