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सर्जरी की जटिलताओं को दूर करनेवाला ही बेहतर सर्जन
रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान आनेवाली जटिलताओं को दूर करनेवाले ही बेहतर सर्जन बन पाते हैं. एक मरीज का चिकित्सक पर भरोसा तब होता है, जब वह मरीज की जटिलताओं को दूर कर दे. स्वास्थ्य मंत्री श्री चंद्रवंशी ने यह बातें रविवार को कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पीटल […]
रांची : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान आनेवाली जटिलताओं को दूर करनेवाले ही बेहतर सर्जन बन पाते हैं. एक मरीज का चिकित्सक पर भरोसा तब होता है, जब वह मरीज की जटिलताओं को दूर कर दे. स्वास्थ्य मंत्री श्री चंद्रवंशी ने यह बातें रविवार को कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पीटल में आयोजित कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि कही. यह कार्यशाला नेत्र सर्जरी पर आधारित थी. कार्यशाला कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पीटल व रांची ऑप्थाल्मिक फोरम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गयी.
मौके पर डॉ बीपी कश्यप ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. डॉ कश्यप ने मोतियाबिंद ऑपरेशन के दौरान झिल्ली में सही प्रकार से कैसे छेद बनाये, इस पर अपनी बात रखी. उन्होंने अत्याधुनिक प्री-लोडेड फोल्डेबल लेंस प्रत्यारोपण के बारे में भी बताया. वहीं, डॉ वंदना प्रसाद ने मोतियाबिंद ऑपरेशन का चीरा कैसे दिया जाये, इस पर विस्तृत जानकारी दी.
डॉ सुनील कुमार ने पीछे की झिल्ली पर चिपके मोतियाबिंद व डॉ राजा दत्ता ने आईरिश प्रोलैप्स मैनेजमेंट पर प्रकाश डाला. एम्स नयी दिल्ली के पूर्व रेटिना सर्जन एवं वर्तमान में कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ वरुण गोगिया ने सर्जिकल मैनेजमेंट पर विस्तार से अपनी बातें रखी. वहीं, रेटिना सर्जन डॉ रवि धरमधसानी ने सर्जिकल प्रबंधन पर प्रकाश डाला. डॉ भारती कश्यप ने फेमटो लेजर मोतियाबिंद सर्जरी पर प्रकाश डाला.
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