रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) का पालन करने में टीवीएनएल का तेनुघाट थर्मल पावर प्लांट असफल रहा. आयोग ने 2011-12 से 2015-16 के दौरान टीवीएनएल का पीएलएफ 61.32 से 79.42 प्रतिशत निर्धारित किया था. टीवीएनएनएल द्वारा इस मापदंड को पूरा नहीं करने की वजह से उसे 2809.48 मिलियन यूनिट (एमयू) ऊर्जा उत्पादन का नुकसान हुआ. 280.48 एमयू ऊर्जा की कीमत 870.48 करोड़ रुपये है. रिपोर्ट में कहा गया है कि टीवीएनएल की मशीन और उपकरणों के सही समय पर रखरखाव नहीं होने की वजह से उसकी पूरा क्षमता का उपयोग नहीं किया जा सका. ऑडिट में पाया गया कि टीवीएनएल की यूनिट संख्या एक का जीर्णोद्धार निर्धारित समय सीमा के 49 महीने बाद पूरा हुआ. यूनिट संख्या दो के जीर्णोद्धार का काम निर्धारित समय के समाप्त होने के 28 महीने बाद भी नहीं किया गया.
जुलाई 2010 में 400 केवी स्वीचयार्ड के जीर्णोद्धार का काम शु्रू किया गया. इसे 52 महीने की देरी के बाद भी पूरा नहीं किया जा सका. इसकी वजह से 2011-16 के बीच 267.51 करोड़ के ऊर्जा उत्पादन का नुकसान हुआ. ऑडिट के दौरान टीवीएनएल से निकले राख में भी बिना जले कोयले की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक पायी गयी. इससे बिजली उत्पादन के दौरान 168545 एमटी कोयले की खपत अधिक हुई. अधिक खपत हुई कोयले की कीमत 35.10 करोड़ रुपये है. प्लांट में खराब गुणवत्तावाले कोयले का इस्तेमाल करने की वजह से 326.39 एमयू ऊर्जा उत्पादन का नुकसान हुआ, जिसकी कीमत 50.24 करोड़ रुपये है. टीवीएनएल 8खराब गुणवत्तावाले कोयले की आपूर्ति के बदले आपूर्तिकर्ता से 56.02 करोड़ रुपये वसूलने में भी असफल रही.