श्री दास ने यह निर्देश मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में जियाडा की बोर्ड मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए दिया. उन्होंने कहा कि लोगों को अच्छी सुविधा मिलेगी, तभी राज्य की औद्योगिक नीति का लाभ लेने निवेशक यहां आयेंगे. स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और राज्य का राजस्व भी बढ़ेगा. बैठक में 22 एजेंडे पर सहमति बनी. इसमें रांची समेत विभिन्न औद्योगिक प्रक्षेत्र में विकास योजनाओं के लिए लगभग 70 करोड़ रुपये की राशि खर्च करने की मंजूरी दी गयी. जियाडा के बजट को पास किया गया. आदित्यपुर एसइजेड क्षेत्र में सामान्य उद्योगों को भी भूमि देने की सहमति दी गयी. बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, जियाडा के प्रबंध निदेशक के श्रीनिवासन, सचिव सुनील कुमार उपस्थित थे.
उन्होंने कहा कि नदियों के बचाने के लिए सामाजिक जागरूकता का काम फाउंडेशन की मदद से सरकार करेगी. श्रीमती वीणा ने इशा फाउंडेशन के संस्थापक श्री सतगुरु के झारखंड आने की बात भी कही. मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के अधिकारियों को फाउंडेशन के साथ एमओयू करने के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया. बैठक में अपर मुख्य सचिव अमित खरे, प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, इंदु शेखर चतुर्वेदी, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील बर्णवाल, केके सोन, पूजा सिंघल समेत कई अधिकारी उपस्थित थे.