झारखंड से 500 शिक्षकों ने धरना में भाग लिया. झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव योगेंद्र तिवारी के नेतृत्व में झारखंड के शिक्षकों ने धरना में भाग लिया. शिक्षक पुरानी पेंशन योजना लागू करने, छठे वेतनमान की विसंगतियों को दूर करने, सातवें वेतनमान की अनुशंसा को लागू करने समेत अन्य मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन कर रहे हैं.
झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव योगेंद्र तिवारी ने कहा कि धरना में देश भर से आये शिक्षकों ने भाग लिया. उन्होंने कहा कि शिक्षक अपनी मांगों से सरकार को अवगत करा चुकी है, पर सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है. पुरानी पेंशन योजना बंद होने से सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित नहीं रहता. सेवानिवृत्ति के बाद व़द्धावस्था में पेंशन का महत्व वेतन से भी अधिक है. संघ का कहना है कि छठे वेतनमान की विसंगति दूर किये बिना ही सातवां वेतनमान लागू कर दिया गया है.
इससे प्राथमिक शिक्षकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर पूर्व में प्रखंड, जिला व राज्य मुख्यालय स्तर पर धरना दे चुके हैं. शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों ने राजभवन के समक्ष धरना दिया था. संघ की मांग पूरी नहीं होने पर आगे के आंदोलन की घोषणा जल्द की जायेगी. दूसरे चरण के आंदोलन को लेकर जल्द संघ के पदाधिकारियों की बैठक होगी. इसके बाद दूसरे चरण के आंदाेलन की घोषणा की जायेगी.