विराेध प्रदर्शन में जो डॉक्टर शामिल होंगे, वह मरीजों को सेवा नहीं देंगे. हालांकि, आइएमए ने इमरजेंसी सेवा को हरहाल में बहाल रखने का निर्देश दिया है, जिससे मरीजों को परेशानी नहीं हो.
आइएमए के राज्य सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि यह धरना प्रदर्शन मुख्यत: डॉक्टराें पर हो रही हिंसा के विरोध में किया जा रहा है. विरोध-प्रदर्शन करमटोली चौक स्थित आइएमए भवन में किया जायेगा. उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार से हमारी पांच मांगें हैं. इसी के लिए एक दिवसीय राष्ट्रीय धरना दिया जा रहा है. राज्य के जिला मुख्यालयों में अलग-अलग समय पर विरोध-प्रदर्शन किया जायेगा. केंद्र सरकार की कमेटी ने इस संदर्भ में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, लेकिन केंद्र सरकार लागू नहीं कर रही है.