जनसभा को संबोधित करते हुए झाविमो के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुठभेड़ के नाम पर मोतीलाल बास्के की हत्या की गई है.
इस मामले की जांच निर्धारित समय पर नहीं की गई और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यहां के लोग पैदल ही रांची जाकर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और उन्हें वस्तुस्थिति की जानकारी दी जायेगी. इससे पूर्व वर्ष 2003 में छोटूलाल किस्कू नामक व्यक्ति भी पुलिस की गोलियों का शिकार हुआ था.