रांची: बाजार समितियों की दुकानों का किराया चार गुना भेजे जाने का व्यापारियों ने विरोध किया है. पंडरा बाजार समिति को वर्तमान सचिव के हस्ताक्षर से चार गुना बढ़ा हुआ भाड़ा भुगतान करने का नोटिस दिया गया है. इसका व्यापारियों ने विरोध किया है. सोमवार को दिगंबर जैन भवन में रांची चेंबर, आलू-प्याज थोक व्यापारी, ब्रोकर एसोसिएशन के सदस्यों ने बैठक की.
बाजार समिति, पंडरा: 10-10 लाख तक लेकर किये गये थे फरजी आबंटन!
इसमें व्यापारियों ने कहा कि रांची के पंडरा स्थित दुकानों को आठ रुपये प्रति वर्ग फीट की दर से किराया जमा करने की नोटिस दी गयी है. मई में यह प्रस्ताव आया था. इसका विरोध करने के बाद कृषि मंत्री साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी. उसमें तय किया गया था कि चार रुपये प्रति वर्ग फीट किराये की वसूली होगी. इसके बावजूद आठ रुपये के हिसाब से नोटिस भेजी जा रही है. यह कृषि मंत्री का भी अपमान है.
मंत्री व एमडी से मिलेंगे दुकानदार : बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी दुकानदार कृषि विपणन प्रबंधक निदेशक व मंत्री रणधीर सिंह से मिलकर वार्ता की जानकारी दी जायेगी. बताया जायेगा कि चार रुपये किया गया था. बैठक में शंभु गुप्ता, हरि कनोडिया, आंनद काबरा, गणेश अग्रवाल, संजय माहुरी, अनिल शर्मा, संतोष सिंह, अभय भदानी, विजय परशुरामपुरिया, मदन साहु, बिंदुल वर्मा आदि मौजूद थे.
10 मई को तय हुया था किराया : 10 मई को हुई वार्ता में सभी श्रेणी के बाजारों का भाड़ा दो गुणा करने पर सहमति हुई है. ए श्रेणी की मंडियों के लिए भाड़ा चार रुपये वर्ग फीट प्रतिमाह, बी श्रेणी के लिए 3.75 रुपये वर्ग फीट प्रति माह तथा सी श्रेणी की मंडियों के लिए 3.50 रुपये प्रति वर्ग फीट प्रतिमाह होगा. ए श्रेणी में रांची, जमशेदपुर, धनबाद, चास, रामगढ़, हजारीबाग आदि शहरों की मंडियां आती हैं. अभी ए श्रेणी की मंडी का किराया दो रुपये, बी का 1.75, सी का 1.50 तथा डी का 1.25 रुपये प्रति वर्ग फीट प्रति माह है.